ऑक्सीजन की कमी की वजह से नहीं हुईं मौतें, गोरखपुर में मासूमों की मौत पर बोले स्वास्थ्य मंत्री
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ईलाज के दौरान होने वाली मौतौं का आकड़ा देते हुए कहा कि हर साल अगस्त में बच्चों की मौतें होती हैं।
नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में हुई मासूमों की मौत के मामले पर उठ रहे सवालों का जवाब देने मीडिया के सामने आए और कहा कि हमारी सरकार संवदेनशील है। वहीं उन्होंने बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ईलाज के दौरान होने वाली मौतौं का आकड़ा देते हुए कहा कि हर साल अगस्त में बच्चों की मौतें होती हैं।
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गोरखपुर में यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ सिंह ने कहा कि जो मौतें हुई हैं वो ऑक्सीजन की कमी की वजह से नहीं हुई हैं। उन्होंने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ के दौरे के वक्त किसी ने ऑक्सीजन सप्लाई का मुद्दा नहीं बताया था। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस मामले में गोरखपुर बीआरडी कॉलेज के प्रिंसिपल को सस्पेंड किया गया है साथ ही मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जांच कराई जाएगी।
यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने दावा किया कि बच्चों की मौत गैस की वजह से नहीं हुई। हालांकि उन्होंने माना कि दो बार गैस सप्लाई में रुकावट आई थी सिद्धार्थ नाथ ने कहा कि हम बच्चों की मौतों को कम नहीं आंक रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस कॉलेज में मरीज लास्ट स्टेज में आते हैं जिस कारण भी मौत का आंकड़ा ज्यादा है।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि अगर पुराने आंकड़ें देखें तो इस अस्पताल में औसतन 17-18 बच्चों की मौतें होती हैं। कुछ आकड़े पेश करते हुए उन्होंने कहा कि 2014 के अगस्त में औसतन में 5 से 7 मौतें हुई थी वहीं 2015 अगस्त में बच्चों की मौत का आकड़ा 22 पहुंच गया था।
गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में पिछले 48 घंटों के भीतर 33 की मौत हो गई है। सिद्धार्थ सिंह ने सफाई देते हुए बताया कि बच्चों की मौतों का कारण अलग-अलग है।