UNGA: दुनिया के सबसे बड़े मंच से सुषमा स्वराज ने आतंकवाद समेत उठाए ये बड़े मुद्दे
नई दिल्ली। भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज संयुक्त राष्ट्र महासभा के 73वें अधिवेशन को संबोधित करते हुए अपने भाषण में आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार समेत कई मुद्दे उठाए। सुषमा स्वराज ने यहां पाक पर आतंक को लेकर निशाना साधा है। सुषमा स्वराज ने कहा कि पड़ोसी लगातार आतंक को पाल रहा और आतंक को लेकर पाक का चेहरा कई बार बेनकाब हो चुका है। ओसामा बिन लादेन पाक में छुपा मिला था तो आज मुंबई हमले का मास्टर माइंड पाक में खुला घूम रहा है और चुनाव लड़ रहा है।
सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत को अपने पड़ोसी से आतंक का दंश झेल रहा है। वो ना केवल आतंक को पालने बल्कि नकारने में भी महारत हासिल हो गई है। हमारा पड़ोसी आतंक फैलाने के साथ ही उसे छुपा भी लेता है। इसे लेकर उसे जरा भी फर्क पड़ता है, ऐसा नहीं लगता।
सुषमा स्वराज ने कहा कि हम हमेशा बातचीत करने के पक्ष में रहे हैं। हमारी सरकार ने हमेशा ही इस दिशा में कदम भी उठाए। स्वराज ने कहा कि पाक आतंकियों को हमारे यहां भेज रहा है तो फिर कैसे ऐसे माहौल में बातचीत हो। सुषमा स्वराज ने कहा कि हम पर बातचीत को रोकने का आरोप सफेद झूठ है। हम तो मानते हैं कि सबसे मुश्किल मामलों को सुलझाने में भी बातचीत की अहम भूमिका होती है। पाकिस्तान के साथ कई मौकों पर बातचीत शुरू हुई है, अगर बाचतीत रुकी तो पाक के व्यवहार के चलते ही रुकी है।
सुषमा स्वराज ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के सुधार पर कहा कि संयुक्त राष्ट्र को यह मानना होगा कि उसमें बदलाव जरूरी है और सुधार कॉस्मेटिक नहीं हो सकते। हम संस्थान का दिल बदलना की मांग करते हैं ताकि दोनों आधुनिक वास्तविकता के हिसाब से हो। सुधार आज से ही होने चाहिए क्योंकि कल काफी देर हो जाएगी।
सुषमा ने कहा कि भारत वसुधैव कुटुंबकम में यकीन करता है। संयुक्त राष्ट्र को परिवार की तरह चलाना चाहिए। वसुधैव कुटुंबकम् की बुनियाद है परिवार और परिवार प्यार से चलता है , व्यापार से नहीं परिवार मोह से चलता है, लोभ से नहीं परिवार संवेदना से चलता है, ईर्ष्या से नहीं परिवार सुलह से चलता है, कलह से नहीं इसीलिए हमें UN को परिवार के सिद्धांत पर चलाना होगा। संयुक्त राष्ट्र महासभा का ये अधिवेशन न्यूयॉर्क में चल रहा है।
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स्वराज ने कहा कि पीएम मोदी ने स्वच्छ भारत और स्वस्थ्य भारत का संकल्प लिया है। जिन विकसित देशों ने प्रकृति का विनाश करके अपना विकास किया है, उनको इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी। उनको इससे मुंह नहीं मोड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन आज सबसे बड़ी समस्या है।
सुषमा स्वराज ने यहां कहा कि भारत में महिलाओं के कल्याण के लिए उज्जवला योजना शुरू की गई जिसका फायदा करोड़ों महिलाओं को मिला। सुषमा स्वराज ने अपने भाषण में आयुष्मान भारत, उज्जवला योजना, जन धन खाते, मातृत्व योजना का जिक्र किया। उन्होंने इन योजनाओं के फायदे भी गिनाए। वहीं जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर भी उन्होंने विश्व को ध्यान देने और इस पर गंभीरता से सोचने की बात कही। अपने संबोधन के शुरुआत में उन्होंने फर्नांडा एसपिनासा को 73वें सेशन की अध्यक्ष बनने पर बधाई दी।