महाराष्ट्र और राजस्थान आयुष्मान भारत योजना के साथ हैं: केंद्र सरकार
नई दिल्ली। मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना को लेकर सोमवार को इंडियन एक्सप्रेस ने एक खबर छापी थी। जिसमें कहा गया था कि, बीजेपी की सरकार वाले दो राज्य इस योजना में ख़ास रूचि नहीं दिखा रहे हैं। राजस्थान और महाराष्ट्र इस योजना को लागू करने की ख़ास इच्छा जाहिर नहीं रहे हैं। इस खबर के सामने आने के बाद भारत सरकार की ओर से इस पर बयान आया है। जिसमें कहा गया है कि, ऐसी खबर थी कि महाराष्ट्र और राजस्थान आयुष्मान भारत योजना से नहीं जु़ड़ना चाहते, जो कि तथ्यात्मक रूप से गलत है।
भारत सरकार की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया कि, दो राज्य वर्तमान में आयुषमान भारत की वित्तीय और परिचालन प्रभावों की समीक्षा कर रहे हैं ताकि सेवाओं में किसी भी व्यवधान से बच जा सकें, साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि योजना का अभिसरण कुशलता से किया जा सके।
अंग्रजी समाचार पत्र के रिपोर्ट में कहा गया था कि, महाराष्ट्र ने का कहना है कि उसके पास इस योजना के लिए पैसा नहीं बचा है। किसानों की ऋण माफ़ी के लिए 22,000 करोड़ रूपये के ख़र्च के बाद इस योजना के लिए बजट निकाल पाना मुश्किल है। इसके अलावा महाराष्ट्र ऐसी ही एक और महात्मा ज्योतिबा फुले आरोग्य योजना चला रहा है।
वहीं, राजस्थान में भी पहले से ही भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना चल रही है। इसलिए वह भी आयुष्मान योजना को लेकर उलझन में है।