अगर कमजोर हुआ तो गिरा दी जाएगी ऐतिहासिक चारमीनार!
हैदराबाद। ऐतिहासिक धरोहरों और इमारतों को सहेजने का अधिकार संविधान भी देता है लेकिन तेलंगाना के उप मुख्यमंत्री इन धरोहरों के कमजोर होने पर उसे गिरा देने की बात कर रहे हैं।
तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री महमूद अली ने हैदराबाद की धरोहर और दुनियाभर में मशहूर चारमीनार को गिराने का विवादित बयान दिया है। अली ने कहा कि अगर चारमीनार कमजोर हो जती है तो इसे गिरा दिया जाएगा।
वहीं दूसरी तरफ अली ने महज 90 साल पुराने ओस्मानिया यूनीवर्सिटी का पुनर्निर्माण के तेलंगाना सरकार के फैसले का बचाव किया है। वहीं विपक्ष ओस्मानिया के पुनर्निर्माण का विरोध किया है।
अली ने कहा कि ओस्मानिया को पुनर्निर्माण से हम तकरीबन 10 से 15 मंजिला अस्पताल बना सकते हैं जिसके बाद कई गुना मरीजों को देखने की सुविधा शुरु होगी। लेकिन इसी के साथ अली ने कहा कि अगर आने वाले 200, 400, 500 सालों में अगर चारमीनार कमजोर होता है तो इसे भी तोड़ना पड़ेगा।
अली ने कहा कि अगर इमारते कमजोर हो जाती हैं और गिर जाती हैं तो इससे कई लोगों की जान जा सकती है। आपको बता दें कि चारमीनार का निर्माण सोलहवीं शताब्दी में हुआ था। वहीं जब विवाद गहराया तो महमूद अली ने अपने बयान से पलटते हुए कहा कि मैंने सामान्य तौर पर वह बयान दिया था। चारमीनार हमारी ऐतिहासिक धरोहर है।