'मैं चाहती हूं कि दुनिया में नकली मुसलमान बढ़ें', रुश्दी पर हमले के बाद तसलीमा ने क्यों किया ये ट्वीट
तसलीमा नसरीन ने लिखा कि अगर सलमान रुश्दी के ऊपर हमला हो गया तो फिर इस्लाम की आलोचना करने वाले किसी भी शख्स पर हमला हो सकता है।
नई दिल्ली, 13 अगस्त: जाने-माने लेखक सलमान रुश्दी पर न्यूयॉर्क में हुए हमले ने सभी को हिलाकर रख दिया है। शुक्रवार को एक इवेंट के दौरान एक हमलावर ने सलमान रुश्दी पर चाकू से कई बार वार किए। सलमान रुश्दी फिलहाल वेंटिलेटर पर हैं और बताया जा रहा है कि हमले की वजह से वो अपनी एक आंख खो सकते हैं। वहीं, इस घटना को लेकर बांग्लादेश की निर्वासित लेखिका तसलीमा नसरीन ने भी ट्वीट किया है। तसलीमा नसरीन ने अपने ट्वीट में लिखा है कि अगर सलमान रुश्दी के साथ ऐसा हो सकता है, तो फिर इस्लाम की आलोचना करने वाले किसी पर भी हमला हो सकता है।
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'फिर तो किसी भी शख्स पर हमला हो सकता है'
सलमान रुश्दी पर हुए हमले को लेकर तसलीमा नसरीन ने अपने ट्वीट में लिखा, 'मुझे अभी-अभी पता चला कि सलमान रुश्दी पर न्यूयॉर्क में हमला हुआ है। मैं वाकई बहुत हैरान हूं। कभी सोचा भी नहीं था कि ऐसा होगा। वो पश्चिम के एक देश में रह रहे हैं और 1989 से उन्हें सुरक्षा दी जा रही है। इसके बावजूद अगर उनके ऊपर हमला हो गया तो फिर इस्लाम की आलोचना करने वाले किसी भी शख्स पर हमला हो सकता है। मैं बहुत चिंतित हूं।'
'अरे नहीं वो एक सच्चा मुसलमान नहीं है'
एक और ट्वीट करते हुए तसलीमा ने लिखा, 'लोग कह रहे हैं कि सलमान रुश्दी के हमलावर पर कोई टिप्पणी करने से पहले यह देखें कि उसका मकसद क्या था। क्या ये अंदाजा लगाना मुश्किल है कि जिसने हमला किया, वो एक इस्लामवादी है और सलमान रुश्दी इस्लामवादियों के निशाने पर थे? जब ये बात सामने आएगी कि हमलावार एक इस्लामवादी था, तब ये लोग क्या कहेंगे? अरे नहीं वो एक सच्चा मुसलमान नहीं है।'
'सच तो यही है कि सच्चे मुसलमान...'
तसलीमा नसरीन ने अपने ट्वीट में आगे लिखा, 'सच तो यही है कि सच्चे मुसलमान अपने पवित्र लिखे हुए का धार्मिक रूप से पूरी तरह पालन करते हैं। और, जो लोग इस्लाम की आलोचना करते हैं, उनके ऊपर ये हमला कर देते हैं। जबकि, नकली मुसलमान मानवता में विश्वास रखते हैं और वो हिंसा के खिलाफ हैं। हम चाहते हैं कि पूरी दुनिया में नकली मुसलमान बढ़ें।'
किसने किया सलमान रुश्दी पर हमला
आपको बता दें कि सलमान रुश्दी पर हमला करने वाले शख्स का नाम हादि मटर है। 24 साल का हादि मटर न्यूजर्सी का रहने वाला है। हालांकि अभी तक पुख्ता तौर पर ये पता नहीं चला है कि हमले के पीछे हादि मटर का मकसद क्या था लेकिन माना जा रहा है कि हादि मटर ईरान सरकार का समर्थक है। ईरान सरकान ने सलमान रुश्दी के एक उपन्यास को लेकर उनकी मौत का आह्वान किया था। हादि मटर ने अपने सोशल मीडिया पेज पर ईरान सरकार के समर्थन वाली कुछ पोस्ट भी लिखीं थी।
ईरान ने जारी किया था फतवा
गौरतलब है कि 1988 में सलमान रुश्दी का चौथा उपन्यास 'द सैटेनिक वर्सेज' प्रकाशित हुआ था, जिसके बाद से ही उन्हें मौत की धमकियां मिल रहीं थी। इस उपन्यास के प्रकाशित होने के बाद ईरान ने सलमान रुश्दी के खिलाफ एक फतवा जारी किया और मुसलमानों से उन्हें मारने का आह्वान किया। भारतीय मूल के सलमान रुश्दी ने 2016 में अमेरिका की नागरिकता ली थी और तभी से वो न्यूयॉर्क में रह रहे थे।