बुधवार को निलंबित हुए सांसद ने तोड़ा मेन गेट का कांच, महिला सुरक्षाकर्मी हुई घायल, TMC ने किया खंडन
नई दिल्ली, 5 अगस्त। संसद का मानसून सत्र हमेशा की तरह गुरुवार को भी विपक्षी सांसदों के हंगामे की भेंट चढ़ गया। पेगासस जासूसी कांड और कृषि कानूनों को लेकर विपक्ष ने लगातार हंगामा कर संसद की कार्यवाही को बाधित किया। इस वजह से गुरुवार को राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। हालांकि 12 बजे राज्यसभा की कार्यवाही फिर से शुरू होने पर विपक्ष के हंगामे के बीच प्रश्नकाल हुआ। इस बीच सुबह कार्यवाही शुरू होने पर उप सभापति ने बुधवार को हुई एक घटना का जिक्र किया।
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दरअसल, बुधवार को टीएमसी के 6 सांसद डोला सेन, नदीमुल हक, अर्पिता घोष, मौसम नूर, शांता छेत्री और अबीर रंजन बिस्वास ने हाथ में तख्तियां लेकर पेगासस जासूसी कांड, कृषि कानूनों को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। राज्यसभा अध्यक्ष द्वारा कई बार शांत कराए जाने के बाद भी जब सांसद नहीं माने तो उन्हें नियम 255 के तहत राज्यसभा से एक दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया। इस पर नाराज हुए सांसद ने कांच तोड़ा जिससे पास खड़ी एक लेडी सिक्युरिटी ऑफिसर घायल हो गई।
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राज्यसभा के उपसभापति ने इस घटना को दुर्भाग्यपुर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि महिला ऑफिसर की शिकायत पर राज्यसभा के चेयरमैन जांच कर रहे हैं। इस बीच टीएमसी सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने इसका विरोध करते हुए कहा कि जो आरोप लगाए जा रहे हैं वो सही नहीं हैं, कल (बुधवार) उनकी पार्टी के सदस्यों के पूरे दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया था। जब सदन पूरे दिन के लिए स्थगित हो गई तब टीएमसी के सदस्य सदन में छूट गए अपने बैग लेने के लिए प्रवेश कर रहे थे इसी दौरान गेट पर लगा शीशा टूट गया। इस पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कल शाम को हाउस स्थगित होने के बाद निलंबित सांसदों ने जबदस्ती अंदर घुसने की कोशिश की। उन्होंने जबरदस्ती गेट को खोला और कांच तोड़े। इस दौरान महिला सुरक्षाकर्मी को चोट लग गई।