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नहीं होगा स्पूतनिक लाइट का तीसरे चरण का ट्रायल, केवल रूसी सुरक्षा डेटा के आधार पर मिलेगा अप्रूवल- डॉ रेड्डीज

रूस की आयात की गई स्पूतनिक लाइट कोविड-19 वैक्सीन को अप्रूवल के लिए तीसरे चरण के परीक्षण की जरूरत नहीं होगी।

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नई दिल्ली, 1 जुलाई। रूस की आयात की गई स्पूतनिक लाइट कोविड-19 वैक्सीन को अप्रूवल के लिए तीसरे चरण के परीक्षण की जरूरत नहीं होगी। हैदराबाद स्थित दवा निर्माता कंपनी डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज ने गुरुवार को कहा कि सरकार के पैनल ने कहा है कि स्पूतनिक लाइट वैक्सीन को भारत में अनुमोदन के लिए तीसरे चरण के ट्रायल की जरूरत नहीं होगी और वैक्सीन को लेकर केवल रूस के सुरक्षा डेटा के आधार पर ही इसके भारत में इस्तेमाल की अनुमति दे दी जाएगी।

Sputnik Light

केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने कहा कि डॉ. रेड्डी को इस वैक्सीन का अलग से तीसरे चरण का ट्रायल करने की जरूरत नहीं है। वैक्सीन को लेकर रूस में किये गए तीसरे चरण के ट्रायल का डेटा प्रस्तुत करने पर ही उन्हें वैक्सीन के इस्तेमाल का अप्रूवल दे दिया जाएगा। बता दें कि सरकार का ये बयान उन खबरों के बाद आया है जिनमें कहा गया था कि सरकार ने डॉ. रेड्डी को वैक्सीन का तीसरे चरण का ट्रायल करने की अनुमति देने से इंकार कर दिया है।

यह भी पढ़ें: कोरोना वैक्सीन की कमी के सवाल पर बोलीं वित्तमंत्री सीतारमण- भरोसा रखिए, सबको टीका लगेगा

स्पुतनिक लाइट वैक्सीन को रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय, गमालेया नेशनल रिसर्च सेंटर ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी और रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (RDIF) द्वारा विकसित किया गया है। ब्यूनस आयर्स प्रांत (अर्जेंटीना) के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एकत्र किए गए वास्तविक दुनिया के आंकड़ों के अनुसार, आरडीआईएफ ने कहा था कि स्पुतनिक लाइट वैक्सीन ने बुजुर्गों के बीच 78.6 प्रतिशत से 83.7 प्रतिशत प्रभावकारिता का प्रदर्शन किया है।

60-79 उम्र के 40 हजार लोगों (जिन्होंने स्पूतनिक लाइट की डोज ली थी) पर हुए एक अध्ययन के अनुसार, वैकसीन लगवाने के 21वें और 40वें दिन के बीच संक्रमण की दर मात्र 0.446 प्रतिशत पाई गई। बता दें कि स्पूतनिक लाइट स्पूतनिक वी वैक्सीन की पहली खुराक को कहा गया है।

गौरतलब है कि स्पूतनिक वी वैक्सीन को भारत में आपात मंजूरी मिलने से पहले डॉ. रेड्डी ने इसका भारत में दो चरणों का ट्रायल किया था, जिसमें 1600 लोगों ने हिस्सा लिया था। यदि स्पूतनिक लाइट को अप्रूवल मिल जाता है तो यह भारतीय टीकाकरण अभिायन में इस्तेमाल होने वाली पहली सिंगल डोज वैक्सीन होगी।

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English summary
Sputnik Light approval does not require Phase III trials- Dr Reddys
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