आतंकी का शव लेने से पिता ने किया इंकार, कहा- वो देश के लिए नहीं मरा
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों की कार्रवाई में मारे गए आतंकी मोहम्मद तौफिक के परिवार ने उसका शव लेने से मना कर दिया है। परिजनों का कहना है कि उनका बेटा रास्ता भटक गया था, ऐसे में उसका शव हमें नहीं चाहिए। आतंकी मोहम्मद तौफिक के पिता ने टीओआई से बातचीत में इस बात की पुष्टि की है। वहीं जम्मू-कश्मीर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने भी टीओआई से बातचीत में बताया कि तेलंगाना से कोई भी परिवार आतंकी तौफिक का शव लेने नहीं आया, जबकि हमने उनसे संपर्क भी किया था।
12 मार्च को मारा गया आतंकी तौफिक
मारे गए आतंकी तौफिक के पिता मोहम्मद रज्जाक ने टीओआई से बताया कि हमें तौफिक की बॉडी नहीं चाहिए, हम उसके शव का दावा नहीं करेंगे। यह जरूरी नहीं है। उसकी मौत देश के लिए नहीं हुई। वह रास्ता भटक गया था। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि हमसे जम्मू-कश्मीर सरकार ने कोई संपर्क नहीं किया है। मोहम्मद रज्जाक, भद्राद्री कोथागुडेम के मनुगुर में स्थित परमाणु ऊर्जा हैवी वाटर प्लांट विभाग में तकनीशियन के तौर पर कार्यरत हैं।
परिजनों का शव लेने से इंकार
पूरे मामले में भद्राद्री कोथागुडेम की पुलिस ने बताया कि भले ही तौफिक करीब एक साल पहले घर छोड़कर चला गया था, बावजूद इसके तौफिक के परिवार की ओर से उसके गायब होने की कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई थी। पुलिस की ओर से बताया गया कि हमने अभी तक इस संबंध में उनके परिवारवालों से बात नहीं की है।
अनंतनाग में सुरक्षा बलों से मुठभेड़ में मारा गया आतंकी तौफिक
मिल रही जानकारी के मुताबिक तौफिक ने एक फेसबुक पेज बनाया था, जिसके जरिए कश्मीर अलगाववादियों से वह बातचीत करता और संपर्क करता। बाद में वह आतंकी संगठन में शामिल हो गया। दूसरे आतंकी ग्रुप में काम करने के बाद वह अंसार गजवत्तुल हिंद में शामिल हो गया। बता दें कि मोहम्मद तौफिक 12 मार्च को कश्मीर के अनंतनाग में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था।
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