शिवानंद तिवारी का आरजेडी उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा, बोले- बुरी तरह थक गया हूं
नई दिल्ली। पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। मंगलवार को तिवारी ने राजद उपाध्यक्ष पद छोड़ने का ऐलान किया है। इसके पीछे उन्होंने ठीक से काम ना कर पाने और थकान की बात कहते राजनीति से दूर होने की बात कही है। इसे तिवारी के राजनीति से रिटायरमेंट के ऐलान की तरह देखा जा रहा है। राजद की ओर से अभी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
शिवानंद तिवारी ने अपने पद छोड़ने को लेकर एक प्रेस नोट जारी किया है। इसमें तिवारी ने कहा है, राजनीतिक कामों में अब खुद को थका महसूस कर रहा हूं। शरीर से ज्यादा मन थक गया है। संस्मरण लिखना चाहता था, लेकिन वह भी नहीं कर पा रहा हूं। इसके लिए प्रयास करूंगा कि लिख सकूं। इसलिए फिलहाल जो कर रहा हूं, उससे छुट्टी ले लेना चाहता हूं। राजद की ओर से जिस भूमिका को अब तक निभा रहा था, उसे छोड़ रहा हूं।
शिवानंद तिवारी बिहार की राजनीति के पुराने चेहरे माने जाते हैं। जनता दल से वो पहली बार विधायक चुने गए फिर राजद, उसके बाद जदयू और अब एक बार फिर वो राजद में थे। नीतीश कुमार और लालू यादव दोनों के साथ उन्होंने राजनीति की है। वो विधायक, मंत्री और राज्यसभा के सांसद रहे हैं। शिवानंद तिवारी 2000 से 2005 तक बिहार सरकार में आबकारी और निषेध मंत्री रहे । 2008 में जदयू ने उन्हें राज्यसभा भेजा। 2014 में जदयू से अलग होने के बाद वो राजद में शामिल हो गए। 2014 में राजद ने उनको राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया था। तब से वो इस पद पर थे।
बीते कुछ समय से कहा जा रहा था कि लालू यादव के जेल में जाने के बाद उनके बेटों से शिवानंद तिवारी की ज्यादा नहीं पट रही है। ऐसे में तिवारी राजद में खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। ये फैसला भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।
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