इंडियन आर्मी लद्दाख में तैनात करेगी रूस के टी-72 टैंक्स
नई दिल्ली। भारत ने चीन की गुस्ताखियों को जवाब देने के लिए अब लद्दाख में टी-72 टैंक्स की तीसरी रेजीमेंट को डेप्लॉय करने का मन बना लिया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने सन 1962 के युद्ध के बाद इस तरह का कोई अप्रत्याशित कदम उठाने का निर्णय लिया है जिसके तहत टैंक्स को सीमा पर डेप्लॉय किया जाएगा।
फिलहाल 100 टैंक्स
सूत्रों की मानें तो चीन के साथ लगी सीमा पर करीब 100 टैंक्स को डेप्लॉय किया जाएगा। हो सकता है कि इन टैंक्स की संख्या बढ़ा जा सकती है। टी-72 टैंक्स की एक रेजीमेंट को वर्ष 2014 और एक रेजीमेंट को वर्ष 2015 में बॉर्डर पर डेप्लॉय किया जा चुका है।
कैसे होगी टैंक की मेंटनेंस
लद्दाख की ठंड का इन टैंक्स पर कोई असर न पड़े इसके लिए आर्मी अपने साथ विंटर ग्रेड डीजल और ल्यूब्रिकेंट्स को भी लेकर जाएगी। लद्दाख का तापमान 45 डिग्री से भी नीचे है और ऐसे में टैंक की मेंटनेंस भी आसान नहीं होता है। टैंक की मारक क्षमता पर असर पड़ सकता है।
अहमदनगर में होगी ट्रेनिंग
ठंड के अलावा इस इलाके में मौजूद वाइल्ड लाइफ सेंचुरी भी टैंक्स के लिए बड़ी मुश्किल है। इंडियन आर्मी ने टैंक रेजीमेंट के क्रू मेंबर्स को महाराष्ट्र स्थित अहमदनगर के ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग के लिए भेजा है।
लद्दाख सीमा पर चीन ने अपनी तरफ सेना की ज्यादा यूनिट लगा रखी हैं। चीनी घुसपैठ को रोकने के उद्देश्य से सीमा पर टैंक लगाकर भारत ने अपनी शक्ति और चिंताओं के प्रति आगाह भी किया है।