क्रिसमस के कार्यक्रम में हिंदू संगठन ने किया हमला, जबरन धर्म परिवर्तन का आरोप
जयपुर। राजस्थान में क्रिसमस सेलिब्रेशन के चलते राइट विंग के कथित हमले का मामला सामने आया है। आरोप है कि कथित तौर पर हो रहे धर्म परिवर्तन के चलते हिंदुवादी संगठनों ने लोगों को पर हमला कर दिया। यह घटना राजस्थान के प्रतापगढ़ की है, जहां प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप है कि मिशनरीज क्रिसमस मनाने के नाम पर लोगों का धर्म परिवर्तन करा रहे थे। कार्यक्रम का विरोध कर रहे लोगों ने मौके पर तोड़फोड़ के बाद घटना की जानकारी दी।
क्रिसमस कार्यक्रम के आयोजकों का आरोप है कि पुलिस ने मौके पर हो रहे हंगामे को रोकने की बजाए कार्यक्रम के दो आयोजकों को हिरासत में ले लिया, जिन्हें बाद में रिहा कर दिया गया। इस पूरी घटना को प्रदर्शनकारियों ने रिकॉर्ड किया है, जिसमे कथित तौर पर बाइबिल की कॉपी जलाते हुए दिख रहे हैं। इस पूरी घटना के बारे में कार्यक्रम के आयोजकों ने जबरन धर्म परिवर्तन के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है, उनका कहना है कि यह कार्यक्रम सार्वजनिक स्थल पर हो रहा था और इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए जिला प्रशासन से अनुमति भी ली गई थी। घटना के बारे में सीबीसीआई के अध्यक्ष ने कहा कि आरोप झूठ हैं, कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति ली गई थी। आपको बता दें कि यह पहली घटना नहीं है जब क्रिश्चियन के कार्यक्रम के दौरान हमला किया गया है।
इससे पहले उत्तर प्रदेश के कौशांबी में भी इसी तरह के जबरन धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया था। पिछले हफ्ते 30 पादरियों व सेमिनरीज को मध्य प्रदेश के सतना के गांव में पुलिस ने हिरासत में लिया था। ये सभी पादरी और सेमिनरीज गांव में कैरल गा रहे थे, जिसक चलते बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि यहां जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है, जिसके बाद पुलिस ने यहां लोगों को गिरफ्तरा कर लिया था। एक पादरी को गिरफ्तार भी कर लिया गया है, जिसके खिलाफ धर्म परिवर्तन का मामला दर्ज कराया गया है।
इसे भी पढ़ें- देश के शीर्ष ईसाई संगठन ने कहा, सरकार में भरोसा खत्म, ध्रुवीकरण हावी