यूपी: इलाहाबाद में रिटायर्ड दरोगा की पीट-पीटकर हत्या, हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेकर मांगा जवाब
इलाहाबाद: उत्तर प्रदेश में शायद कानून का भय किसी को नहीं है और कानून व्यवस्था का मजाक बनते पुलिस भी हाथ हाथ धरे देखती रहती है। ताजा मामला इलाहाबाद का है जहां एक रिटायर्ड दरोगा की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। रिटायर्ड दरोगा की पिटाई का सीसीटीवी फुटेज तक सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वहीं, इस मामले में हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए इलाहाबाद पुलिस से रिपोर्ट तलब किया है।
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हाईकोर्ट ने पुलिस से रिपोर्ट तलब की
इलाहाबाद में दरोगा की पीट-पीटकर हत्या के मामले का इलाहाबाद हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है और पुलिस से रिपोर्ट तलब की है। कोर्ट ने पुलिस को कल तक जवाब देने को कहा है और साथ ही ये भी पूछा है कि अभी तक इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई है जबकि इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आ चुका है।
रिटायर्ड दरोगा को सरेआम पीट-पीटकर मार डाला
बताया जा रहा है कि पूरा मामला जमीन विवाद से जुड़ा है, शिवकुटी थाना क्षेत्र के रहने वाले रिटायर्ड दारोगा अब्दुल समद का पास में ही रहने वाले एक हिस्ट्रीशीटर जुनैद से मकान को लेकर विवाद चल रहा था। इसको लेकर पहले भी कई बार उनके बीच कहा-सुनी हो चुकी थी। शीला खाना मस्जिद निवासी अब्दुल समद खान पुलिस विभाग में दरोगा पद से साल 2006 में इलाहाबाद से ही रिटायर हुए थे।
धारदार हथियार से बोला हमला
खबरों के मुताबिक, सोमवार को अब्दुल समद साइकिल से मार्केट से घर लौट रहे थे, तभी घर से कुछ दूरी पर हिस्ट्रीशीटर जुनैद ने अपने कुछ साथियों के साथ उनको घेर लिया और दरोगा पर लाठी डंडे के अलावा धारदार हथियार से हमला बोल दिया। दिनदहाड़े हुई इस वारदात के कारण इलाके में दहशत फैल गई। हिस्ट्रीशीटर और उसके साथियों ने समद पर कई वार किए और उनको लहूलुहान कर दिया। वो दौड़ते रहे, भागते रहे लेकिन उनकी मदद को कोई नहीं आगे आया और सब तमाशबीन बने रहे। किसी प्रकार पुलिस को इसकी सूचना मिली लेकिन तबतक आरोपी वहां से फरार हो चुके थे। अब्दुल समद को वहां से अस्पताल ले जाया गया जहां उनको मृत घोषित कर दिया गया।
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