यूपी-बिहार में नहीं, पंजाब में सबसे ज्यादा SC परिवार
नई दिल्ली। देश में आम तौर पर माना जाता है सबसे ज्यादा अनसूचित जनजाति के लोग उत्तर प्रदेश या बिहार में रहते होंगे। पर सच्चाई ये है कि सर्वाधिक अनसूचित जाति और जनजाति के लोग पंजाब में रहते हैं।
जनगणना 2011 के ताजा आंकडों से मालूम चला है कि पंजाब में कुल परिवारों में से 36 फीसद परिवारों का संबंध अनुसूचित जाति से है। उसके बाद स्थान पश्चिम बंगाल तथा तमिलनाडू का है।
उत्तर प्रदेश की कुल आबादी में करीब 25 फीसद परिवार अनुसचित जाति से ताल्लुक रखते हैं। पंजाब के पड़ोसी हरियाणा में करीब 22 अनुसचित जाति के परिवार हैं। एक दौर में दोनों एक ही राज्य थे।
पंजाब मामलों की जानकार राजेन्द्र कौर कहते हैं कि पंजाब में अनुसूचित जाति का बहुत असर भी है। राजनीति के मैदान में भी इन्हें कोई इग्नोर नहीं कर सकता। बसपा के संस्थापक कांशीराम भी पंजाब से थे। हालांकि उन्होंने अपनी राजनीति उत्तर प्रदेश में की। पंजाब में वाल्मिकी जाति से संबंध रखने वाले अनुसूचित जाति के लोगों की तादाद शायद देश में सबसे ज्यादा होगी।
जानकार मानते हैं कि पंजाब में दलितों के साथ भेदभाव के कारण ही वहां पर डेरे स्थापित होते रहे। जिनमें दलित काफी संख्या में जाते हैं। एक बात और। बिहार में अनसूचित जनजाति के लोग खासी तादाद में है। पंजाब में अनुसूचित जाति के लोगों का आंकड़ा तो बहुत ही कम होगा।