यूक्रेन में डॉक्टरी पढ़ी, अब बनीं पंजाब में विधायक
नई दिल्ली, 14 मार्च। पंजाब में ऐतिहासिक राजनीतिक बदलाव के बीच कई अनोखे रिकॉर्ड बने हैं। देश में पहली बार 13 डॉक्टर किसी सदन के लिए चुने गये हैं। जिस यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्रों की आज चर्चा हो रही है उसका संबंध भी इस चुनाव से जुड़ गया है।
यूक्रेन में पढ़ाई कर चुकी एक डॉक्टर पंजाब में विधायक चुनी गयी हैं। जो 13 डॉक्टर विधायक चुने गये हैं उनमें 10 आम आदमी पार्टी के हैं। कहा जा रहा है कि ये 13 डॉक्टर पंजाब की बिगड़ी हुई सेहत को सुधारेंगे। आप ने 'नशामुक्त पंजाब' का चुनावी वायदा किया है।
यूक्रेन में पढ़ी हैं डॉ. अमनदीप कौर अरोड़ा
मोगा विधानसभा सीट से आप की विधायक बनी डॉ. अमनदीर कौर अरोड़ा ने यूक्रेन से एमबीबीएस की डिग्री ली है। उनकी उम्र भी 39 साल है। उनके पति राकेश अरोड़ा भी डॉक्टर हैं। डॉ. अमनदीप ने इस सीट पर मालविका सूद को करीब 20 हजार वोटों से हराया है। मालविका सूद भारत के चर्चित अभिनेता सोनू सूद की बहन हैं। कोरोना संकट के समय मसीहा बने सोनू सूद की लोकप्रियता आसमान रही है। यहां तक कि यूक्रेन युद्ध के समय भी सोनू ने परोपकारी मुहिम से चर्चा बोटरी थी। उन्होंने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की वतन वापसी में मदद की थी। मालविका खुद कम्प्यूटर इंजीनियर हैं। वे मोगा में गरीब छात्रों को मुफ्त कोचिंग देती है। सोनू सूद की बहन होने के कारण मालविका सूद (कांग्रेस) को मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा था। यहां तक कि सोनू सूद ने मालविका के लिए चुनाव प्रचार भी किया था। लेकिन अमनदीप कौर ने इसकी परवाह नहीं की। उन्होंने मोगा के चुनाव में नारा दिया था, 'शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा की रक्षा के लिए मोगा की डॉक्टर बेटी।' उनके पति डॉ.राकेश अरोड़ा भी आप के कार्यकर्ता हैं। पति और पत्नी ने मिल मोगा में घर घर जा कर चुनाव प्रचार किया। वे लोगों से कहती थीं, एक औरत घर में झाड़ू लगा सकती है, खाना बना सकती है, बच्चे को जन्म दे सकती है। वह पढ़ सकती है, पढ़ा सकती है। औरत चाहे तो हर काम कर सकती है। ऱाजनीति भी। एक बार आम आदमी पार्टी को भी मौका दीजिए।
यूक्रेन में पढ़ी डॉक्टर ने कमाल कर दिया
डॉ. अमनदीप कौर अरोड़ा डॉक्टर होने के साथ साथ राजनीति से भी जुड़ी रहीं। वे आदमी पार्टी की महिला इकाई की उपाध्यक्ष थीं। जब अमनदीप को टिकट मिला था तब बहुत लोगों को आश्चर्य हुआ था। आप के वरिष्ठ नेता नवदीप सांगा मोगा सीट से सबसे मजबूत दावेदार थे। लेकिन आप ने डॉ. अमनदीप पर भरोसा जताया। जब नवदीप को आप से टिकट नहीं मिला तो वे किसानों की पार्टी, संयुक्त समाज मोर्चा में चले गये। चुनाव भी लड़ा। लेकिन अमनदीप पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। अमनदीप की सादगी और उनका डॉक्टर होना मतदाताओं को भा गया। उनके सामने सोनू सूद का स्टारडम भी फीका पड़ गया। जीत के बाद अमनदीप ने कहा, ये मेरी नहीं जनता की जीत है। वे एक डॉक्टर के रूप में 2015 से प्रैक्टिस कर रही हैं। उनके पिता रिटायर सैनिक हैं। उनके पति राकेश अरोड़ा सरकारी डॉक्टर हैं। इसके बाद भी उन्होंने अपनी पत्नी के चुनाव में भरपूर मदद की।
आप के 10 डॉक्टर विधायक
2022 के चुनाव में अरविंद केजरीवाल ने उम्मीदवारों के चयन में उनकी छवि और प्रोफेशन पर ज्यादा ध्यान दिया था। तभी तो मेडिकल सेवा से जुड़े 10 उम्मीदवार विधायक बन गये। चमकौर साहिब में जिस आप उम्मीदवार ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को हराया वे भी एक डॉक्टर ही हैं। उनका नाम भी चरणजीत सिंह ही है। वे पेशे से आंख के डॉक्टर हैं। जब आप ने इस सीट से उम्मीदवार की घोषणा की थी तब कहा गया था कि चन्नी को हराने के लिए ही आप ने उनके हमनाम को उम्मीदवार बनाया था। आप के चरणजीत सिंह ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह को 7 हजार 942 वोटों से हरा दिया। आप की ही डॉ. बलजीत कौर ने अकाली दल के हरप्रीत सिंह को करीब 40 हजार वोटों से हराया। आप के नये चेहरों ने पंजाब की राजनीत के बड़े-बड़े स्तंभों को धाराशायी कर दिया। पंजाब की एक सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक 2020 में करीब दो लाख नये नेशेड़ियों की पहचान की गयी थी। जनवरी 2019 में अफीम का नाशा करने वालों की संख्या में करीब 35 फीसदी का इजाफा हुआ था। इससे पता चलता है कि पंजाब नशे की जाल में किस बुरी तरह से जकड़ा हुआ है। सरकार ड्रग की बिक्री और तस्करों पर लगाम लगाने की बात करती रही। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। अब पंजाब के ये डॉक्टर विधायक राज्य की सेहत को सुधारने में मदद करेंगे।
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