प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया, क्या है 'कांग्रेस मुक्त भारत' का सच, दी सलाह
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया है कि वो क्यों 'कांग्रेस मुक्त भारत' कहते हैं। उन्होंने एक साक्षात्कार में बताया कि उनके 'कांग्रेस मुक्त भारत' कहने का क्या मतलब है। प्रधानमंत्री ने कहा कि- देश में राजनीति की मुख्यधारा कांग्रेस रही है। इसलिए सभी दलों में कल्चर कांग्रेस से आया है। कांग्रेस मुक्त का मतलब किसी पार्टी से नहीं है बल्कि एक कल्चर से है। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस का जो कल्चर बदला है, वो सभी राजनीतिक दलों को खाने लगा है। जातिवाद, परिवारवाद, भ्रष्टाचार, धोखा आदि राजनीतिक कल्चर का हिस्सा बने हैं। इसकी मुख्यधारा कांग्रेस है। खुद कांग्रेस के नेता भी कहते हैं कि कांग्रेस एक सोच है। पीएम ने कहा कि कांग्रेस मुक्त नारे का अर्थ राजनीतिक उठापटक से नहीं है बल्कि मैं चाहूंगा कि कांग्रेस खुद भी कांग्रेस मुक्त हो यानी उन बुराइयों से मुक्त हो, जो उसमें हैं।
दुनिया भारत की ओर आकर्षित हो रही है
इससे पहले प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा ट्रैक रिकॉर्ड बदला है, दुनिया में काफी बदलाव आया है। ट्रांसपेरेंसी, युवा आबादी, डेमोक्रेसी जैसी वजहों से दुनिया भारत की ओर आकर्षित हो रही है। वो आज एक निजी चैनल को साक्षात्कार दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि जीएसटी का सैद्धांतिक रूप से किसी ने विरोध नहीं किया है। यह किसी एक सरकार का काम नहीं है। संसद में इस पर 7 साल तक लगातार डिबेट हुई है। सरदार पटेल ने देश को राजनीतिक लिहाज से एक किया था, हमने आर्थिक लिहाज से यह काम किया।
सबसे बड़ा सर्टिफिकेट देशवासियों का समर्थन
प्रधानमंत्री ने कहा कि उज्ज्वला योजना से हमने 3 करोड़ से 30 लाख लोगों को गैस कनेक्शन दिया। हमारा लक्ष्य 5 करोड़ का है। दुनिया के लिए आश्चर्य है कि हमने तीन साल में 1400 से ज्यादा कानून समाप्त किए हैं। हमारा पूरा फोकस ईज ऑफ लिविंग पर है। पीएम मोदी ने कहा कि आईएमएफ, विश्व बैंक समेत तमाम एजेंसियों ने कहा भारत के कदमों की तारीफ करें, यह अच्छी बात है। लेकिन, मेरे लिए सबसे बड़ा सर्टिफिकेट देशवासियों का समर्थन है।
फिस्कल डेफिसिट पहले 4.5 फीसदी से भी ज्यादा था
पीएम ने देश भर में एक चुनाव होने के मुद्दे पर कहा कि सभी दल इसके लिए मुझसे बातचीत करते हुए तैयार रहते हैं लेकिन सार्वजनिक स्तर पर उनके लिए दल हित , राष्ट्रहित से ऊपर हो जाता है। मोदी ने कहा कि फिस्कल डेफिसिट पहले 4.5 फीसदी से भी ज्यादा था हमने उसे 3.5 फीसदी पर किया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में देश की विकास दर बढ़ेगी।