कुंभ में पीएम मोदी ने धोए थे पैर, एक सफाईकर्मी ने कहा- सम्मान से रोजी नहीं चलती, नौकरी चाहिए
नई दिल्ली। प्रयागराज कुंभ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डुबकी लगाने के बाद सफाईकर्मियों के पैर धोकर उन्हें सम्मानित किया था। सफाईकर्मियों की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि उनके कारण ही ये कुंभ दिव्य कुंभ बन पाया। उन सफाईकर्मियों में से एक होरी लाल ने अभी तक गमछा नहीं निकाला है। वे कहते हैं कि हर रोज वे जब आंख बंद करते हैं तो वह पल सपने में दिखता है जब पीएम मोदी ने उनके पैर धोए थे। हालांकि, इन सफाईकर्मियों को अफसोस है कि पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान अपने लिए कुछ मांग नहीं पाए।

पीएम मोदी के साथ बिताए पल सपने जैसा- सफाईकर्मी
कुंभ मेले के दौरान पीएम मोदी द्वारा उन सफाईकर्मियों का पैर धोना और उनके साथ 5 मिनट बिताना इन सफाईकर्मियों के लिए एक सपने जैसा है। वे उन पलों को वे अक्सर याद करते हैं। लेकिन साथ ही इन सफाईकर्मियों की कुछ शिकायतें भी हैं। उन्हें इस बात का अफसोस है कि वे पीएम मोदी से अधिक देर तक बात नहीं कर सके और ना वे अपने लिए उनसे कुछ मांग सके। बांदा जिले के धोराता गांव के रहने वाले होरी लाल कुंभ में सफाई का काम करने गए थे।
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होरी लाल ने क्या कहा
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, होरी लाल उन पलों को याद करते हैं जब उन्होंने एक कमरे में चार लोगों के साथ पीएम मोदी के आने का इंतजार किया था। वे कहते हैं, ' हमें कहा गया था कि पीएम मोदी मिलने आने वाले हैं, उनके पैर धोएंगे ये नहीं बताया गया था। इस तरह 'बड़े आदमी' से पैर धुलवामा शर्मनाक लगता है। उस दिन मैंने अच्छे से स्नान भी किया था।'

काम कोई भी हो पक्का होना चाहिए- होरी लाल
होरी लाल ने पीएम मोदी की तारीफ की और कहा, ' वह एक महान इंसान हैं, वे सम्मान के लिए आभारी भी हैं लेकिन इससे हमारे जीवन में कोई बदलाव नहीं आया है, हम पहले भी सफाई का काम करते थे और बाद भी कर रहे हैं। ये काम मुझे बिल्कुल पसंद नहीं है, काम के चक्कर में यहां-वहां भटकना पसंद नहीं है, काम कोई भी हो पक्का होना चाहिए, पीएम मोदी अगर ऐसा कर देते तो अच्छा रहता।' होरी लाल ने कहा कि अगर एक दिन का वेतन 310 रु भी हो जाए तो अच्छा होगा।

सफाईकर्मियों का वेतन बढ़ाना चाहिए था- प्यारेलाल
एक अन्य सफाईकर्मी की भी शिकायत है। 40 साल के प्यारेलाल कहते हैं कि पीएम मोदी से मिलने के लिए अधिक समय चाहिए। प्यारेलाल कहते हैं, 'पीएम मोदी से एक मिनट के लिए मुश्किल से बात करने का वक्त मिला। मुझे ठीक से उनसे बात करने का अवसर भी नहीं मिल पाया।' प्यारेलाल के 8 बच्चे हैं जिनमें से 3 दिहाड़ी-मजदूरी का काम करते हैं। वे कहते हैं कि पीएम मोदी को सफाईकर्मियों का वेतन बढ़ाना चाहिए था। वहीं, ज्योति का कहना है कि कम से कम 500 रु प्रतिदिन के हिसाब से मिलना चाहिए।

'पीएम मोदी कुछ भी कर सकते हैं'
ज्योति अपने पति के साथ कुंभ में काम करने आई थीं। अन्य सफाईकर्मियों की तरह ही ज्योति भी पीएम मोदी से कुछ मांगना चाहती थीं। ज्योति नौकरी मांगना चाहती थीं। वे कहती हैं, 'पीएम कुछ भी कर सकते हैं, सम्मान से रोजी नहीं चलती है। दूसरे लोगों की गंदगी साफ करने के लिए मनुष्यों का क्या काम, वो काम तो मशीन भी कर सकती है।'