पीएम मोदी की सोशल मीडिया छोड़ने की इच्छा पर विपक्ष के नेताओं ने ऐसे कसा तंज
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया छोड़ने की इच्छा जाहिर की, उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि विचार कर रहा हूं कि सोशल मीडिया छोड़ दूं। पीएम मोदी ने जिस तरह से सोशल मीडिया छोड़ने की बात कही उसके बाद से सोशल मीडिया पर लोग इसपर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करने लगे हैं। कुछ लोग कयास लगा रहे हैं कि पीएम मोदी अब सिर्फ नमो एप के जरिए लोगों से संवाद स्थापित करेंगे तो कुछ लोगों का कहना है कि भारत अपना खुद का सोशल मीडिया कंपनी शुरू करने जा रहा है। यही नहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनका कहना है कि यह सिर्फ पीएम मोदी का स्टंट है। विपक्षी दल के नेताओं ने पीएम मोदी पर तंज कसा है।
अखिलेश बोले अच्छी नहीं है बात
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी के ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि आप नफरत को छोड़िए, सोशल मीडिया अकाउंट को नहीं। वहीं समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने ट्वीट करके लिखा सामाजिक संवाद के रास्ते बंद करने की सोचना अच्छी नहीं है बात... छोड़ने के लिए और भी बहुत कुछ सार्थक है साहब... जैसे सत्ता का मोह-लगाव, विद्वेष की राजनीति का ख़्याल, मन-मर्ज़ी की बात, चुनिंदा मीडिया से करवाना मनचाहे सवाल और विश्व विहार... कृपया इन विचारणीय बिंदुओं पर भी करें विचार!
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थरूर ने कसा तंज
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने पीएम मोदी के ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि पीएम मोदी के ऐलान के बाद लोगों के भीतर इस बात की शंका खड़ी हो रही है कि क्या पूरे देश में भी इस सेवा को बंद कर दिया जाएगा। पीएम मोदी को यह बेहतर पता है कि लोगों में अच्छा और सकारात्मक संदेश भेजने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया जा सकता है। सोशल मीडिया का इस्तेमाल नफरत फैलाने के लिए नहीं होना चाहिए।
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जीडीपी लगी गिरने तो टीआरपी स्टंट लगे बढ़ने।
वहीं राजद नेता तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी के ट्वीट पर तंज कसते हुए लिखा कि सोच रहा हूं कि सोमवार को क्या करना चाहिए। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी पीएम मोदी के ट्वीट को लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश है। उन्होंने लिखा कि देश के अहम मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने के लिए पीएम मोदी का यह नया पैंतरा है। लेफ्ट नेता कन्हैया कुमार ने ट्वीट करके लिखा कि जीडीपी लगी गिरने तो टीआरपी स्टंट लगे बढ़ने।
Give up hatred, not social media accounts. pic.twitter.com/HDymHw2VrB
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 2, 2020
सामाजिक संवाद के रास्ते बंद करने की सोचना अच्छी नहीं है बात... छोड़ने के लिए और भी बहुत कुछ सार्थक है साहब... जैसे सत्ता का मोह-लगाव, विद्वेष की राजनीति का ख़्याल, मन-मर्ज़ी की बात, चुनिंदा मीडिया से करवाना मनचाहे सवाल और विश्व विहार... कृपया इन विचारणीय बिंदुओं पर भी करें विचार!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 2, 2020
सोच रहा हूँ सोमवार को क्या करना चाहिए?
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 2, 2020
Modi Ji's new ploy of leaving social media is to divert the attention of the nation from burning issues. pic.twitter.com/i0yF4bDZm5
— Adhir Chowdhury (@adhirrcinc) March 2, 2020