J&K स्थानीय चुनाव: बीजेपी उम्मीदवार ने कहा- नेपाल से नहीं आया हूं
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की ओर से एक उम्मीदवार की उम्मीदवारी को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि टिकट ऐसे शख्स को दिया गया है जिसपर कभी आतंकी संगठन से जुड़ने का आरोप है। वो 10 साल तक जेल की सजा काट चुका है। उसका नाम मोहम्मद फारूख है और वो जम्मू-कश्मीर स्थानीय चुनाव में श्रीनगर से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार हैं। अब उन्होंने अपने उपर लग रहे तमाम आरोप पर सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि मोहम्मद फारूक ने कहा कि मैं नेपाल से नहीं आया हूं। मैं काफी पहले यहां आया था। मैंने साढ़े दस साल अपनी जेल की सजा काटी है।
जो लोग मुझे कह रहे हैं कि मैं नेपाल से आया हूं, अगर वे माफी नहीं मांगते हैं तो मैं उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराऊंगा। उन्होंने कहा कि मैं जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट और हरकत-उल-मुजाहिदीन में था। जेल से बाहर आने के बाद, मैंने पूर्व आतंकवादियों के पुनर्वास के लिए जम्मू-कश्मीर मानव कल्याण संगठन का गठन किया। किसी ने मुझे समर्थन नहीं दिया, यहां तक कि वे भी नहीं, जिनके लिए मैंने बंदूक उठाई थी।
मुझे नहीं पता था कि वे केवल नोट्स गिन रहे थे। उन्होंने कहा कि लोग मुझे पहले भी गालियां दे रहे थे और आज जब मैं शांति के लिए काम कर रहा हूं, तब भी मुझे गालियां मिल रही हैं। मैं पूर्व-आतंकवादियों और उनके बच्चों के पुनर्वास और उनकी पढ़ाई के लिए अपनी कमाई खर्च करूंगा और सबको जीतूंगा। उन्होंने कहा कि मैंने पुनर्वास नीति पर आत्मसमर्पण नहीं किया।