Paresh Rawal Cook Fish बयान पर घिरे, आरोप- भाषण दंगे भड़काने की नीयत वाले, FIR और सख्त कार्रवाई की मांग
पश्चिम बंगाल में माकपा नेता मोहम्मद सलीम ने पूर्व भाजपा सांसद परेश रावल के खिलाफ पुलिस कंप्लेन दर्ज कराई है। विवाद परेश की "बंगालियों के लिए मछली पकाओ" टिप्पणी पर हुआ है।
अभिनेता और पूर्व भाजपा सांसद परेश रावल ने 'बंगालियों के लिए मछली पकाओ' बयान पर भले ही माफी मांग ली हो, लेकिन उनकी मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है। माकपा नेता मोहम्मद सलीम ने परेश रावल के खिलाफ कोलकाता के तलतला थाने में पुलिस शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस कंप्लेन में लिखा गया, सार्वजनिक तौर पर इस तरह के भाषण दंगे भड़काने और देश भर में बंगाली समुदाय और अन्य समुदायों के बीच सद्भाव को नष्ट करने की नीयत से दिए गए हैं।
बंगालियों के खिलाफ काफी प्रतिकूल राय !
मोहम्मद सलीम ने कहा, वास्तव में सभी बंगालियों के विदेशी और/या अवैध अप्रवासी होने के संबंध में परेश रावल का भाषण बंगालियों के खिलाफ अन्य समुदायों के बीच घृणा, दुर्भावना जगाने वाला है। उन्होंने कहा, परेश रावल के भड़काऊ बयान के संबंध में सोशल मीडिया कमेंट्स से पता चलता है कि 'मछली पकाओ टिप्पणी' वाली वीडियो बंगालियों के खिलाफ काफी प्रतिकूल राय पैदा कर रहा है।
IPC की धाराओं के तहत FIR की डिमांड
उन्होंने कहा, बड़ी संख्या में बंगाली समुदाय के लोग पश्चिम बंगाल की सीमा के बाहर भी रहते हैं। ऐसे में उन्हें आशंका है कि परेश रावल द्वारा की गई भद्दी टिप्पणियों के कारण कई लोगों को पूर्वाग्रह से ग्रसित लोग निशाना बनाएंगे। बकौल माकपा नेता मोहम्मद सलीम, आशंकाओं के मद्देनजर वे शिकायत को एफआईआर के रूप में मानने की अपील करते हैं। परेश रावल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 153, 153ए, 153बी, 504 और 505 सहित उपयुक्त कानूनी प्रावधानों के तहत मुकदमा चलाने की अपील भी की गई।
बंगालियों के लिए मछली पकाओ?
गौरतलब है कि "हेरा फेरी" फेम अभिनेता परेश रावल ने हाल ही में गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के लिए भाजपा की चुनावी रैली के दौरान कहा था, "गैस सिलेंडर महंगे हैं, लेकिन उनकी कीमत कम हो जाएगी। लोगों को रोजगार भी मिलेगा। लेकिन अगर रोहिंग्या प्रवासी और बांग्लादेशी दिल्ली की तरह आपके आसपास रहने लगे तो क्या होगा? आप क्या करेंगे?" गैस सिलेंडर? बंगालियों के लिए मछली पकाओ?"
बंगालियों के प्रति नफरत फैला रहे
गुजरात की अहमदाबाद ईस्ट सीट से 2014-19 की लोक सभा में भाजपा सांसद रह चुके परेश रावल के इस बयान पर जमकर बवाल हुआ। बंगाली भावनाओं को आहत करने का आरोप लगा। एक ट्विटर यूजर ने लिखा, "हम @SirPareshRawal की हालिया टिप्पणियों से दुखी और आहत हैं।" एक अन्य यूजर ने लिखा, "तो परेश रावल खुलेआम मछली खाने को लेकर हम बंगालियों के खिलाफ नफरत फैला रहे हैं। इस यूजर ने सवाल किया कि क्या कम से कम सीएम अपना विरोध दर्ज नहीं कराएंगे? क्या हम विरोध नहीं करेंगे?"
पूर्व भाजपा सांसद अपनी सफाई में क्या बोले ?
आक्रोशित लोगों की भावनाएं देखने के बाद परेश रावल माफी मांगने के लिए ट्विटर पर आए। उन्होंने सफाई में कहा, "बेशक मछली मुद्दा नहीं है क्योंकि गुजराती भी मछली पकाते-खाते हैं। मैंने आपकी भावनाओं और भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, मैं माफी मांगता हूं।"