कोरोना वायरस संक्रमण का प्रकोप लंबे समय तक रह सकता है- WHO
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की वरिष्ठ अधिकारी पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण का प्रकोप ‘बहुत लंबे समय' तक जारी रह सकता है।
नई दिल्ली, 28 सितंबर। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की वरिष्ठ अधिकारी पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण का प्रकोप 'बहुत लंबे समय' तक जारी रह सकता है। इसके अलावा टीकाकरण एवं पहले हुए संक्रमण के जरिए किसी समुदाय में विकसित हुई रोग प्रतिरोधी क्षमता तय करेगी कि यह वैश्विक महामारी लंबे समय में सीमित जगह या सीमित समय पर होने वाला संक्रमण बनेगी या नहीं।
डब्ल्यूएचओ में दक्षिण पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक ने कहा कि ऐसी स्थिति पर पहुंचने की आवश्यकता है, जहां 'हमारा वायरस पर पूरा नियंत्रण हो, न कि वायरस का हम पर नियंत्रण हो।' उन्होंने यह भी कहा कि वैश्विक महामारी ने स्वास्थ्य प्रणाली को बेहतर बनाने का 'सदी में एक बार मिलने वाला अवसर' भी दिया है। 'अब समय आ गया है कि देश स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने के लिए वैश्विक महामारी से सबक लें।'
सिंह ने एक मीडिया चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा कि जिन स्थानों पर अधिक आबादी पहले संक्रमित हो चुकी हो और जहां अधिक लोगों का टीकाकरण हो चुका हो, वहां भविष्य में लोगों के वायरस से अपेक्षाकृत कम प्रभावित होने की संभावना होती है।
यह भी पढ़ें: NDMA के कार्यक्रम में बोले अमित शाह, कोरोना जैसे अजीब वायरस से सबसे अच्छे देश के रूप में लड़ा है भारत
उन्होंने कहा, 'कोविड-19 वायरस बहुत लंबे समय तक लोगों को संक्रमित कर सकता है। यह बात कई कारक तय करेंगे कि क्या वायरस लंबे समय में एक सीमित स्थान या सीमित समय में फैलने वाला संक्रमण बनेगा या नहीं। इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण कारक टीकाकरण या पहले हो चुके संक्रमण की वजह से विकसित होने वाली किसी समुदाय की रोग प्रतिरोधी क्षमता है।'
सिंह ने कहा कि वैश्विक महामारी ने स्वास्थ्य प्रणाली को बेहतर बनाने का 'सदी में एक बार मिलने वाला अवसर' भी दिया है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि देश स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने के लिए वैश्विक महामारी से सबक लें।
उन्होंने कहा कि फिलहाल यह साबित करने वाला कोई निर्णायक सबूत नहीं है कि गंभीर बीमारी और मौत के खिलाफ कोविड-19 टीके का असर समय के साथ काफी कम हो जाता है। विशेषज्ञ ने जोर देकर कहा कि टीके गंभीर बीमारी और मौत को रोकने में प्रभावी रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस महामारी के पूरी तरह समाप्त होने की संभावना नहीं है, लेकिन हम इसके कारण होने वाली मौतों, अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता, इसके कारण होने वाली सामाजिक, आर्थिक एवं स्वास्थ्य संबंधी हानि को रोकने या कम करने की कोशिश कर रहे हैं।
सिंह ने कहा कि मौजूदा साक्ष्य दर्शाते हैं कि दुनिया भर में अब भी बहुत कम लोग सुरक्षित हैं और अधिकतर लोगों पर संक्रमण का खतरा है। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ लोगों को अपने बचाव के लिए टीकाकरण कराने, सामाजिक दूरी बनाए रखने, मास्क पहनने, कम हवादार स्थानों पर जाने से बचने, हाथ बार-बार साफ करने और श्वास संबंधी स्वच्छता अपनाने की सलाह देता है।