OneIndia Knowledge: 5जी टेक्नोलॉजी भारत में हो चुकी है लॉन्च, इसके बारे में सबकुछ जानिए
5G in India:भारत में 5जी मोबाइल सेवा की शुरुआत 1 अक्टूबर, 2022 से हो चुकी है। पहले चरण में 8 शहरों में यह सेवा लॉन्च की गई। केंद्र सरकार का कहना है कि 2023 तक देश के 200 शहरों तक 5जी नेटवर्क काम करने लगेगा। दुनिया में इस समय 60 से ज्यादा देशों में यह सेवा चल रही है। 5जी सेवा के आने से अगले 15 वर्षों तक नेटवर्क कनेक्टिविटी और सर्विस में क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिलने वाली है। जानकार बताते हैं कि 5जी टेक्नोलॉजी इतनी अत्याधुनिक है कि यह ऐसी सेवाएं देने में भी सक्षम है, जिसके बारे में अभी हमें पता भी नहीं है और भविष्य में उसकी जरूरत पड़ सकती है।
5जी टेक्नोलॉजी क्या है ?
मोबाइल नेटवर्क की 5वीं पीढ़ी 5जी है। यह वैश्विक वायरलेस संचार की पहली (1जी), दूसरी(2जी), तीसरी(3जी) और चौथी(4जी) पीढ़ी के नेटवर्क के बाद की पीढ़ी है। 5जी सेवा ऐसे मोबाइल नेटवर्क के लिए डिजाइन की गई है, जो हर किसी को और हर चीज जैसे कि मशीन या उपकरण को वर्चुअल तरीके से कनेक्ट करने में सक्षम है। 5जी का मतलब है कि इसमें बहुत ही तेज मल्टी-जीबीपीएस डेटा स्पीड मिलेगी, जो ज्यादा भरोसेमंद होगा, नेटवर्क की क्षमता काफी विशाल होगी, उपलब्धता पहले से कहीं बेहतर होगी और ज्यादातर यूजर्स को नेटवर्क को लेकर बहुत ही अच्छा अनुभव मिलेगा। कुल मिलाकर कहें तो 5जी एक एकीकृत, अधिक सक्षम एयर इंटरफेस है। इसे अगली पीढ़ी के यूजर अनुभवों को सक्षम बनाने, बेहतरीन मॉडल को लागू करने में संभव बनाने के साथ ही नई सेवाएं देने के लिए इतनी ज्यादा विस्तारित क्षमता के साथ डिजाइन किया गया है, जिसके बारे में अभी बहुत कुछ पता भी नहीं है।
5जी नेटवर्क पिछली पीढ़ियों से कितना अलग है ?
पहली पीढ़ी का मोबाइल नेटवर्क 1980 के दशक में साकार हुआ था। 1जी में एनालॉग आवाज की सुविधा मिलती थी।
दूसरी पीढ़ी का मोबाइल नेटवर्क 2जी विकसित देशों में 1990 के दशक में ही आ चुका था। 2जी के लॉन्चिंग के साथ ही डिजिटल आवाज से मोबाइल संचार संभव हुआ। इसका उदाहरण सीडीएमए या कोड डिविजन मल्टिपल ऐक्सेस है।
तीसरी पीढ़ी का मोबाइल नेटवर्क 3जी साल 2000 की शुरुआत में ही लॉन्च हो चुका था। 3जी नेटवर्क के साथ मोबाइल डेटा उपलब्ध हुआ। इसका उदाहरण है- सीडीएमए2000
चौथी पीढ़ी का मोबाइल नेटवर्क 4जी 2010 के दशक में लॉन्च हुआ। 4जी एलटीई के साथ मोबाइल ब्रॉडबैंड युग की शुरुआत हुई।
5जी को जन्म देने में पिछली चारों पीढ़ियों का योगदान है। इसे इस तरह की कनेक्टिविटी के लिए डिजाइन किया गया है, जो सुविधा पहले कभी नहीं मिली।
अल्ट्रा-हाई स्पीड, बेहतर विश्वसनीयता और लगभग रियल टाइम डेटा का आदान-प्रदान, 5जी मोबाइल इकोसिस्टम को नए क्षेत्रों तक पहुंचाएगा। 5जी सभी तरह के उद्योगों और सेवाओं को प्रभावित करने जा रहा है। चाहे सुरक्षित आवागमन हो या दूर-दराज के इलाकों तक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाना या फिर कृषि से जुड़ी आवश्यकता और डिजिटाइज्ड लॉजिस्टिक, 5जी टेक्नोलॉजी मोबाइल नेटवर्क पर निर्भरता को और ज्यादा बढ़ाने और बेहतर करने के लिए तैयार है।
5जी नेटवर्क कब से चालू है ?
5जी की डिजाइन 20 जीबीपीएस तक की डेटा स्पीड देने के लिए की गई है। लेकिन, नई 5जी एनआर मोबाइल नेटवर्क को Gigabit एलटीई के आधार पर तैयार किया गया है, जो Gigabit क्लास कनेक्टिविटी देने में भी सक्षम है। दुनिया के कई देशों में 2019 की शुरुआत से ही 5जी नेटवर्क की लॉन्चिंग शुरू हो गई थी। भारत में भारती एयरटेल ने 1 अक्टूबर,2022 से ही 5जी सेवा की शुरुआत की है और रिलायंस जिओ भी इसकी लॉन्चिंग के लिए तैयार है। इस समय दुनिया भर के 60 से ज्यादा देशों में 5जी सेवाएं चल रही हैं और इनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसकी अल्ट्रा-हाई स्पीड और लगभग रियल टाइम डेटा के संचार से यूजर्स अलग ही दुनिया का अनुभव करते हैं।
5जी का इस्तेमाल कहां-कहां हो रहा है ?
5जी का इस्तेमाल तीनों प्रमुख कनेक्टेड सर्विस के लिए हो रहा है। इसमें बेहतर मोबाइल ब्रॉडबैंड सेवा, क्रिटिकल कम्युनिकेशन और इंटरनेट ऑफ थिंग्स शामिल है। 5जी नेटवर्क भविष्य की जरूरतों को भी पूरा करने में सक्षम है, जिसके बारे में आज पता तक नहीं है। 5जी मोबाइल टेक्नोलॉजी बेहतर और बहुत तेज सेवा उपलब्ध करवाने के साथ ही लगभग रियल टाइम डेटा का संचार करके इसपर आने वाले कुल लागत कम करने में सक्षम है। जहां तक मिशन-क्रिटिकल कम्युनिकेशन की बात है तो यह क्रिटिकल इंफ्रास्टरक्चर, वाहनों और मेडिकल प्रक्रिया को कंट्रोल करने में अद्वितीय रूप से सक्षम है। वहीं इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसे अत्याधुनिक और बहुआयामी विचारों में भी पंख लगाने के लिए तैयार है।
5जी सेवा से क्या लाभ मिलने वाला है ?
आज हम भारत में जो 4जी मोबाइल नेटवर्क इस्तेमाल कर रहे हैं, उसके बदले 5जी नेटवर्क में जाने पर हमारी इंटरनेट की स्पीड कम से कम 10 गुना तेज हो जाएगी।
5जी की लॉन्चिंग के साथ ही कृषि क्षेत्र से लेकर, शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण क्षेत्र में सूचनाओं से संबंधित सेवाओं में अप्रत्याशित परिवर्तन नजर आएगा।
मौजूदा सरकार ई-गवर्नेंस पर जोर दे रही है। 5जी शुरू होने के साथ इसे और मजबूती मिलेगी। रोबोटिक्स इंडस्ट्री, इंटरनेट ऑफ थिंग्स,वर्चुअल रियलिटी, क्लाउड गेमिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भी और ज्यादा क्रांति आएगी।
भविष्य में बिना ड्राइवर के कार चलने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। मेट्रो सेवाओं में पहले से चल रही ऐसी सेवाएं और बेहतर हो सकती हैं।
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5जी का अर्थव्यवस्था पर असर
5जी टेक्नोलॉजी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को बहुत ज्यादा प्रभावित किया है। एक अनुमान के मुताबिक इसकी वजह से दुनिया में 2.8 करोड़ से भी ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यही नहीं, क्वालकॉम डॉट कॉम ने एक शोध के आधार पर दावा किया है कि यह आने वाले समय में 13 ट्रिलियन डॉलर से भी ज्यादा वैश्विक अर्थव्यवस्था में योगदान देने जा रहा है। अगले 15 साल तक इसकी वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर पड़ेगा और 5जी टेक्नोलॉजी का अर्थव्यवस्था पर पूर्ण प्रभाव को 2035 तक ही महसूस किया जा सकेगा। यह प्रभाव पिछले किसी पीढ़ी के मोबाइल नेटवर्क की वजह से पड़े प्रभाव से कहीं ज्यादा है।