ओड़िशा सरकार ने अविकसित बच्चों के लिए 'घर पर पोषण' योजना शुरू की
ओड़िशा सरकार ने अविकसित बच्चों के लिए 'घर पर पोषण' योजना शुरू की
भुवनेश्वर, 19 अगस्त: ओडिशा सरकार ने तमाम कल्याणकारी योजनाओं के साथ अब प्रदेश के अविकसित बच्चों के घर पर पोषण योजना शुरू की है। राज्य के लाखों परिवारों में अविकसित और कमजोर विकास वाले बच्चे और एनीमिया से पीड़ित गर्भवती महिलाओं की दशा को लेकर चिंतित ओडिशा सरकार किचन गार्डन और पोल्ट्री फार्म उपलब्ध कराने के विचार के साथ काम कर रही है ताकि इन लक्षित परिवारों को पौष्टिक भोजन मिल सके।
ओडिशा के महिला एवं बाल विकास (डब्ल्यूसीडी) विभाग ने 13,48,707 परिवारों के बारे में जानकारी दी जिनमें बौने और धीमी विकास वाले सदस्य, कम वजन वाले बच्चे और एनीमिक गर्भवती महिलाएं शामिल हैं। जून 2022 तक कम से कम 4,93,941 परिवारों में अविकसित विकास, 1,31,099 (बेकार वृद्धि), 2,69,784 (कम वजन वाले बच्चे) और 4,53,883 (एनीमिक गर्भवती महिलाएं) के बच्चों की पहचान की गई थी।
प्रदेश का क्योंझर जो खनिज भंडार के मामले में भारत के सबसे धनी जिलों में से एक है, में ऐसी स्थिति वाले लोगों की व्यापकता है। क्योंझर में ऐसे 98,918 परिवार हैं जो सभी 30 जिलों में सबसे ज्यादा हैं। क्योंझर के बाद बलांगीर में 86,132 ऐसे घर हैं और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के गृह जिले गंजम में 82,895 हैं।
क्योंझर जिला खनन प्रभावित क्षेत्रों में विकास और कल्याण परियोजनाओं और कार्यक्रमों को शुरू करने के लिए जिला खनिज फाउंडेशन (डीएमएफ) के तहत सबसे ज्यादा 8,191 करोड़ का फंड प्राप्त करने वाला है।
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