अब ग्रामीण इलाकों में टीकाकरण पर फोकस कर रहे राज्य, पास में ही सेंटर बनाने का प्लान
नई दिल्ली: कोरोना टीकाकरण को लेकर राज्य सरकारों ने अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को सक्रिय किया है। साथ ही ग्रामीण भारत के टीकाकरण पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की, उस दौरान भी ग्रामीण भारत में कोरोना के प्रसार को रोकने पर जोर दिया गया। इसके अलावा सरकार का मकसद सुदूर ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों तक वैक्सीन पहुंचाने का है।
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Economic Times की रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा वक्त में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, ओडिशा और महाराष्ट्र जैसे ज्यादा ग्रामीण इलाके वाले राज्य पंजीकरण की विस्तृत योजना बना चुके हैं। राज्यों को गांवों के करीब ही टीका केंद्र खोलने के निर्देश दिए गए हैं, ताकी प्राथमिकता से वहां के लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज दी जा सके। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक महानगरी शहरों में टीकाकरण कवरेज में सुधार हो रहा है, लेकिन अब उनका फोकस टियर 2-3 के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों पर है।
मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की निदेशक छाया भारद्वाज के मुताबिक टीकाकरण की प्रक्रिया जिला और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पहले ही शुरू हो गई थी, अब वो धीरे-धीरे ग्रामीण क्षेत्रों की ओर बढ़ रही। अभी ग्रामीण क्षेत्रों के करीब स्वास्थ्य सुविधा को बढ़ाने के लिए मैपिंग हो रही। इसके बाद ग्राम पंचायतों तक की कनेक्टिविटी पर ध्यान दिया जाएगा।
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वहीं छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. ने कहा कि उनके यहां गांव में शिविर लगाया जाता है और आसपास के गांवों के लोगों को वहां पर आने के लिए कहा जाता है। आमतौर पर एक जगह पर शिविर दो-तीन दिन रहेंगे। इस दौरान ग्रामीण लोगों को टीका लगवाने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा। ओडिशा में भी इसी तरह के प्लान पर काम हो रहा, जहां छोटे समूहों को जुटाया जाएगा। इसके बाद उन्हें एक ग्राम पंचायत में बुलाकर कोरोना वैक्सीन दी जाएगी।