दिल्ली से वाराणसी चलने वाली ट्रेन 18 में लेना ही पड़ेगा खाना, जानिए इसके लिए कितने पैसे चुकाने होंगे?
नई दिल्ली। बहुत जल्द दिल्ली स बनारस के बीच चलने के लिए शुरु होने वाली ट्रेन 18 (वंदे मातरम एक्सप्रेस) में यात्रियों के लिए खाना लेना अनिवार्य होगा। बता दें कि आम तौर पर ट्रेनों में खाना लेने या न लेने के विकल्प यात्रियों के पास होता है। शताब्दी, राजधानी और दुरंतो जैसी बाकी प्रीमियम ट्रेनों में खाना लेना या न लेना यात्री पर निर्भर करता है। लेकिन ट्रेन 18 में ऐसा नहीं होगा। इस ट्रेन में सफर के दौरान केवल प्रयागराज से वाराणसी जाने वाले यात्रियों के पास ही आईआरसीटीसी की ओर से दिए जाने वाले खाने के विकल्प को मना करने का अधिकार होगा। लेकिन अगर यात्री ने खाना नहीं लेने का विकल्प चुन लिया हो और उसे बाद में खाना चाहिए होगा तो 50 रुपये से अलग से देने पड़ेंगे। यह उसे टिकट लेते समय ही तय कर लेना होगा तो खाने के पैसा उसके टिकट में नहीं जोड़ा जाएगा। वहीं अन्य यात्रियों के लिए खाने का पैसा किराए में शामिल होगा यानि वे खाने का विकल्प चुनने से इंकार नहीं कर सकते।
गौरतलब है कि ये ट्रेन 15 फरवरी से शुरू होगा और इसकी पहली यात्रा दिल्ली से वाराणसी के बीच होगी। साल 2017 में आईआरसीटीसी ने राजधानी शताब्धी और दुरंतो जैसी ट्रेनों में खाना लेने को वैकल्पिक बना दिया था। ये खाने की गुणवत्ता को सुधारने, खाने की बर्बादी रोकने और पैसों की शिकायत पर काबू पाने के लिए किया गया था। इस फैसले के चलते इन ट्रेनों के टिकट की कीमतों में 250 रुपये तक की कमी आई थी।
बता दें कि ट्रेन 18 में दो तरह के डिब्बे होंगे। इनमें एक एग्जीक्यूटिव और दूसरा चेयर कार है। इन दोनों ही डिब्बों में खाने की कीमत अलग अलग होगी। दिल्ली से वाराणसी तक एग्जीक्यूटिव क्लास के यात्रियों को सुबह के चाय नाश्ते के लिए 399 रुपये देने होंगे जबकि चेयर कार वालों को 344 रुपये देने होंगे। इसके अलावा नई दिल्ली से कानपुर और प्रयागराज जाने वाले यात्रियों के लिए एग्जीक्यूटिव क्लास वालों को 155 और चेयर कार वालों को 122 रुपये देने होंगे।
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