ट्रायल के दौरान 'ट्रेन 18' पर फिर पथराव, एक महीने में दूसरी घटना
नई दिल्ली। कुछ अज्ञात लोगों ने नई ट्रेन 18 पर पथराव किया है। अधिकारियों ने कहा कि ट्रायल के दौरान ट्रेन पर कुछ बदमाशों ने पथराव किया है, जो कि पिछले एक महीने में दूसरी बड़ी घटना है। रेलवे ने कहा कि इस घटना के बाद किसी को भी चोट नहीं पहुंची और अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। ट्रेन दिल्ली से इलाहाबाद के लिए अपना ट्रायल रन शुरू करने के लिए नई दिल्ली पहुंच रही थी, जो शुक्रवार सुबह करीब 11:03 बजे सकुर्बस्ती से रवाना हुई थी।
ट्रेन को रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के कर्मियों ने बचा लिया। अधिकारियों ने कहा, 'नई दिल्ली स्टेशन पर पहुंचने पर एस्कॉर्ट पार्टी ने पथराव के बारे में जानकारी दी। इससे पहले भी इस ट्रेन पर पत्थर फेंका जा चुका है। पिछले साल 20 दिसंबर को भी ये ट्रेन ट्रायल के दौरान पटरी पर दौड़ रही थी, इस बीच कुछ बदमाशों ने उस पर पत्थर फेंका था जिससे ट्रेन के एक डिब्बे का शीशा चकनाचूर हो गया था। ये पत्थर भी दया बस्ती में ही फेंका गया था। इस घटना के बाद रेलवे ने लोगों से रेल संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाने की अपील की थी। पिछली बार जब यह हमला किया गया था उस समय ट्रेन को चीफ कमिश्नर ऑफ रेलवे सिक्योरिटी के ट्रायल के लिए आगरा ले जाया गया था।
बता दें कि 'ट्रेन 18' देश की पहली सेमी-हाई स्पीड ट्रेन है जो 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पटरियों पर दौड़ेगी। 'मेक इन इंडिया' के तहत इस ट्रेन का निर्माण पूरी तरह से देश में किया गया है। चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्टरी में ट्रेन को 100 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है।
'ट्रेन 18' का निर्माण 'मेक इन इंडिया' के तहत इंटिग्रल कोच फैक्टरी (ICF) चेन्नई में किया गया है। इस ट्रेन की खास बात ये है कि इसे दौड़ने के लिए इंजन की जरूरत नहीं होगी। ये ट्रेन मेट्रो ट्रेनों की तरह इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर सेल्फ-प्रोपेल्ड चलेंगी। इंटर सिटी ट्रैवल को और बेहतर बनाने के लिए 'ट्रेन 18' को लाया जा रहा है।