बेंगलुरू हिंसा: NIA का बड़ा एक्शन, SDPI के कार्यालयों समेत 43 स्थानों पर ली तलाशी
नई दिल्ली। इस वर्ष अगस्त महीने में हुए बेंगलुरु हिंसक झड़प मामले में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई की। एनआईए की अलग-अलग टीमों ने एक ही दिन में SDPI के कार्यालयों समेत 43 स्थानों पर तलाशी ली। एनआईए से मिली जानकारी के मुताबिक 11 अगस्त को बेंगलुरु में डी जे हल्ली और के जी हल्ली थानों पर हुए हिंसक हमलों की जांच की सिलसिले में आज पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की राजनीतिक शाखा सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) के चार कार्यालयों समेत 43 स्थानों पर छापेमारी कर तलाशी अभियान को अंजाम दिया गया।
एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि अगस्त में हुई हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने कई पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट कर उन्हें चोट पहुंचाई, पुलिस स्टेशन और सरकारी संपत्ति के साथ निजी संपत्ति, वाहनों और दूसरी अन्य वस्तुओं को नुकसान पहुंचाया। इस मामले की जांच में एनआईए ने आज बड़ा एक्शन लिया है। प्रवक्ता ने बताया कि अगस्त में अंजाम दिए गए इस दंगे से आस-पास के इलाकेम में दहशत फैल गई और लोगों के बीच आतंक फैलान की मंशा से इस अपराध को अंजाम दिया गया।
NIA conducts searches in Bengaluru, including at offices of SDPI, PFI's political wing, in connection with rioting at police stations in Aug
— Press Trust of India (@PTI_News) November 18, 2020
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प्रवक्ता ने बताया कि बेंगलुरु हिंसा के दौरान के जी हल्ली थाना को नुकसान पहुंचाने के लिए 169 आरोपी और डी जे हल्ली थाना मामले में अब तक 124 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस जांच में एनआईए को एसडीपीआई और पीएफआई से जुड़े कई भड़काऊं पोस्टर, हथियार और अन्य सामग्री मिले। बता दें कि इस मामले में फरार चल रहे वांछित कांग्रेस नेता आर संपत राज को गिरफ्तार कर लिया गया है। बेंगलुरू के पूर्व मेयर और मौजूदा समय में जीवनहल्ली नगरपालिका वार्ड से कांग्रेस पार्षद संपत राज डीजे हल्ली और केजी हल्ली इलाकों में हुई हिंसा मामले में गिरफ्तार हुए हैं।