नहीं लग रहा खाने का स्वाद, सूंघने की क्षमता में आ रही कमी तो कराना पड़ सकता है कोरोना टेस्ट
नई दिल्ली। जैसे-जैसे कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं वैसे ही उसके नए-नए लक्षण भी सामने आ रहे हैं। कोरोना वायरस ने अब नए लक्षण दिखाने शुरू कर दिए हैं। ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां कोरोना मरीजों में सूघने की क्षमता में कमी आई है। कोरोना रोगियों के स्वाद को महसूस करने की क्षमता में कमी आ रही है। ऐसे में आने वाले दिनों में अगर किसी व्यक्ति को खाने का स्वाद नहीं लग रहा या सूघने की क्षमता घट रही है तो उसे भी कोरोना वायरस टेस्ट करवाना पड़ सकता है।
सरकार कोरोना को लेकर नए टेस्ट और एक्शन प्लान की तैयारी कर रही है। माना जा रहा है कि जल्द ही स्वाद की कमी और सूंघने की क्षमता में लगातार हो रही गिरावट को सरकार कोविड-19 टेस्ट में शामिल कर सकती है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की राष्ट्रीय टास्क फोर्स ने इस नए पैरामीटर को उठाया है। इसपर अभी चर्चा जारी है। अगर सरकार ने इस पर सहमति दे दी तो कोरोना वायरस के टेस्ट के पैरामीटर में विस्तार किया जाएगा और इसमें स्वाद और सूंघने की क्षमता में कमी को जोड़ा जा सकता है।
अगर इसे शामिल कर लिया गया तो कोरोना टेस्ट में खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, कमजोरी, थकान, गैस और पेट संबंधी मुद्दों , सीने में दर्द, नाक से पानी आना, नौसिया, सांस फूलना, रक्त का ऊर उठना आदि शामिल है। वर्तमान में कोरोना टेस्ट में 13 लक्षणों को शामिल किया गया है। अगर इन दो लक्षणों को टेस्ट में शामिल करने की अनुमति मिल गई तो कोरोना टेस्ट सैंपल में 15 लक्षणों को सूचीबद्ध किया जाएगा।
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