Nehru Jacket : नेता और VVIP गोली चलने पर भी रहेंगे सुरक्षित, जानिए खासियत
राजनेताओं और वीवीआईपी के लिए बुलेट प्रूफ 'नेहरू जैकेट' विकसित किया गया है। रक्षा मंत्रालय के उपक्रम ट्रूप कंफर्ट्स लिमिटेड (TCL) ने बुलेट प्रूफ जैकेट डेवलप किया है। इसकी कीमत और खासियत चौंकाने वाली है। जानिए
नई दिल्ली, 6 जुलाई : अंतरराष्ट्रीय पुलिस एक्सपो-2022 में बुलेट प्रूफ कपड़ों का प्रदर्शन किया गया। राजनेताओं के लिए बुलेट प्रूफ नेहरू जैकेट (nehru jacket bullet proof) ने सबका ध्यान खींचा। रक्षा मंत्रालय के उपक्रम ट्रूप कम्फर्ट्स लिमिटेड (TCL) ने बुलेट प्रूफ 'नेहरू जैकेट' विकसित किया है। टीसीएल का कहना है कि बढ़ते आतंकवादी खतरों के स्तर मद्देनजर देश में वीवीआईपी और राजनेताओं के लिए बुलेट-प्रूफ 'नेहरू जैकेट' विकसित किया गया है। टीसीएल का कहना है कि बुलेट प्रूफ नेहरू जैकेट की विशेषताओं के मद्देनजर इसे कम लागत में बनाया गया क्वालिटी का स्वदेशी उत्पाद कहा जा सकता है। जानिए, बुलेट प्रूफ नेहरू जैकेट की कीमत और विशेषताएं
बुलेटप्रूफ जैकेट : राजनेताओं की सुरक्षा
अंतरराष्ट्रीय पुलिस एक्सपो-2022 का आयोजन नई दिल्ली के प्रगति मैदान में हुआ है। बुलेट प्रूफ कपड़ों के प्रदर्शन के बीच टीसीएल ने मंगलवार को वीवीआईपी और राजनेताओं के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए बुलेट प्रूफ नेहरू जैकेट को प्रदर्शित किया। टीसीएल के सहायक कार्य प्रबंधक कुलदीप कुमार (TCL Assistant Works Manager Kuldeep Kumar) ने बताया, कम लागत, हल्के वजन और बहुत प्रभावी बुलेट-प्रूफ बंडी / जैकेट (vest) का विकसित कर ट्रायल परीक्षण किया गया है। इसे राजनेता आसानी से पहन सकते हैं। ऐसे लोग भी इसे पहनना पसंद कर सकते हैं, जो आमतौर पर नेहरू जैकेट, कुर्ता या सफारी सूट पहनते हैं।
Nehru Jacket : राजनेताओं की जरूरतों के हिसाब से
टीसीएल का बुलेट प्रूफ नेहरू जैकेट पहनने वाले को करीब से किसी भी हमले (attack from closed range) से बचाने में सक्षम है। टीसीएल अधिकारी कुलदीप कुमार ने बताया कि बुलेट प्रूफ सेफ्टी (bullet-proof safety) वाला नेहरू जैकेट राजनेताओं की जरूरतों के हिसाब से कस्टमाइज किया गया है। टीसीएल का कहना है कि कस्टमाइज किए गए बुलेट-प्रतिरोधी कपड़े (customised bullet-resistant clothing) राजनेताओं को वैसे कपड़ों में भी सहज और सुरक्षित महसूस कराएंगे जिन्हें वे पहनना पसंद करते हैं।
पीएम मोदी नेहरू जैकेट में, या मोदी जैकेट ?
बता दें कि पीएम मोदी, गृह मंत्री शाह, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब समेत कई नेताओं को अक्सर नेहरू जैकेट पहने देखा गया है। यह भी दिलचस्प है कि साल 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद नेहरू जैकेट जैसी बंडी या वेस्ट मोदी जैकेट के रूप में पॉपुलर हुआ। खुद पीएम मोदी को अलग-अलग मौकों पर कुर्ता-पायजामा और जैकेट पहने देखा गया है। ऐसे में आने वाले दिनों में टीसीएल नेहरू जैकेट भी ब्रांड बन सकता है।
गोली चलने पर वीआईपी-नेताओं का बचाव
बुलेट प्रूफ नेहरू जैकेट की विशेषता के बारे में टीसीएल अधिकारी कुलदीप कुमार ने कहा, क्लोज रेंज से 9 एमएम की पिस्टल जैसे छोटे-कैलिबर हैंडगन (small-calibre handguns) से हमला होने पर भी पहनने वाले को पूरी सुरक्षा मिलेगी। बता दें कि वीवीआईपी और राजनेता काफी हद तक कई हथियारबंद सुरक्षा कर्मियों के सुरक्षा घेरे में होते हैं। इससे एके 47 जैसे बड़े हथियारों के किसी भी हमले को रोका जा सकता है। हालांकि, क्लोज रेंज वाले हमले की नौबत आने पर वीवीआईपी और राजनेता बुलेट प्रूफ नेहरू जैकेट से सुरक्षित रह सकेंगे। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब जैसे पॉलिटिशियंस अक्सर नेहरू या मोदी जैकेट पहने देखे जाते हैं।
टीसीएल के नेहरू जैकेट की कीमत
ट्रूप कंफर्ट लिमिटेड (TCL) के नेहरू जैकेट की कीमत सिर्फ 35,000 रुपये है। इसका वजन 2.5 किलोग्राम है। गोली रोकने में सक्षम ये जैकेट फिलहाल छुरा प्रतिरोधी नहीं है। TCL का कहना है कि बुलेट प्रूफ नेहरू जैकेट को छुरा प्रतिरोधी बनाने पर मंथन हो रहा है। रक्षा मंत्रालय के उपक्रम TCL ने उम्मीद जताई है कि बुलेट-प्रूफ कपड़ों का अगला संस्करण बुलेट और छुरा दोनों के हमले रोकने में सक्षम हो सकता है।
बुलेट प्रूफ नेहरू जैकेट में बैलिस्टिक सुरक्षा
टीसीएल नेहरू जैकेट तीन रंगों में तैयार किया गया है। पहनने और उतारने में आसान होने के अलावा नेहरू जैकेट धोया भी जा सकता है। जैकेट सुरक्षा मानकों पर कितना प्रभावी और खरा है, इसका परीक्षण चंडीगढ़ में टर्मिनल बैलिस्टिक्स रिसर्च लेबोरेटरी (Terminal Ballistics Research Laboratory- TBRL) में किया गया। टीसीएल का दावा है कि बुलेट प्रूफ नेहरू जैकेट में बैलिस्टिक सुरक्षा (nehru jacket ballistic protection) है।
नेहरू जैकेट राजनीतिक पहचान ?
बता दें कि नेहरू जैकेट को राजनेताओं और वीवीआईपी के लिए इसलिए भी कहा जा रहा है क्योंकि कुर्ते और पायजामे के साथ नेताओं को जैकेट या बंडी में अक्सर देखा जाता है। ऐसी ही एक तस्वीर उत्तराखंड की है, जहां साल 2019 में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व अन्य मंत्री कांडाली (Kandali (scorpion grass) से बनी जैकेट में देखे गए थे।
सैनिकों की सुरक्षा @ Troop Comforts Limited
ट्रूप कम्फर्ट्स लिमिटेड (Troop Comforts Limited-TCL), भारत सरकार का एक उद्यम है। TCL रक्षा मंत्रालय, सशस्त्र और सुरक्षा बलों के लिए उत्पाद तैयार करती है। इनोवेशन के साथ उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला बना चुकी TCL गोलियों से जवानों की सुरक्षा के लिए स्पेशल ड्रेस, हेलमेट और बर्फीले लोकेशंस में बचाव के लिए शरीर को गर्म रखने वाले कपड़े भी डिजाइन कर चुकी है।
International Police Expo
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय पुलिस एक्सपो-2022 में 18 से अधिक देश शिरकत कर रहे हैं। प्रगति मैदान में समाज की सुरक्षा के लिए विकसित हथियार और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित सुरक्षा प्रणाली का प्रदर्शन किया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, पंजाब और कई अन्य राज्यों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भी नवीनतम तकनीक की जानकारी ली। एक्सपो में यूके, अमेरिका, इजराइल, जर्मनी, फ्रांस, दुबई, यूएई, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, रूस, स्पेन, इटली, डेनमार्क और स्वीडन जैसे विभिन्न देशों की 350 से अधिक विश्व स्तरीय कंपनियां अपने हथियारों को प्रदर्शित कर रही हैं। एक्सपो गुरुवार को समाप्त होगा।
TCL के बेहतरीन उत्पाद
TCL ने हाल ही में ऊंचाई वाले क्षेत्रों तैनात सुरक्षाकर्मियों के लिए अल्ट्रा-लाइट कैंपिंग टेंट सहित कई प्रकार के टेंट तैयार किए हैं। TCL ने तापमान -50 डिग्री सेल्सियस तक गिरने पर हिमवीर ECWCS प्रोटोटाइप, बर्फीले इलाकों के लिए अलग-अलग क्षमता वाले स्नो बूट और एडवांस कॉम्बैट यूनिफॉर्म भी विकसित किया है। प्रगति मैदान में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय पुलिस एक्सपो में अत्याधुनिक हथियारों के अलावा जवानों की सुरक्षा के लिए तैयार उत्पादों को भी प्रदर्शित किया गया।