गठबंधन के ऐलान के बाद पहली बार चुनावी रैली में साथ नजर आएंगे नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार
नई दिल्ली। बिहार में एनडीए के दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति के बाद प्र्धानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार एक साथ मंच पर नजर आएंगे। प्रदेश में गठबंधन में सीटों के ऐलान के बाद पीएम मोदी और नीतीश कुमार पहली बार मंच साझा करेंगे और प्रदेश में विशाल रैली को संबोधित करेंगे। गौर करने वाली बात यह है कि 20 से अधिक विपक्षी दलों ने भाजपा को हराने के लिए एक साथ मंच साझा किया था, इस दौरान तेजस्वी यादव ने एनडीए को सभी 40 सीटों पर चुनौती दी है।
तमाम सहयोगी लेंगे हिस्सा
एनडीए के दलों की यह मेगा रैली पटना में आयोजित की जाएगी, जिसमे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नीतीश कुमार, राम विलास पासवान, हिस्सा लेंगे। हालांकि अभी तक इस रैली की तारीख का ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन भाजपा के सूत्रों का कहना है कि यह रैली 24 फरवरी से 3 मार्च के बीच हो सकती है। जिसमे तमाम दिग्गज नेता शामिल होंगे और बड़ी संख्या में लोग रैली मे शामिल होंगे। हालांकि इससे पहले नीतीश कुमार और पीएम मोदी मंच साझा कर चुके हैं लेकिन यह पहली बार है कि किसी कार्यक्रम से इतर दोनों विशुद्ध राजनीतिक मकसद से मंच साझा करेंगे।
दोनों के बीच तल्ख रिश्ते
गौर करने वाली बात है कि पीएम मोदी और नीतीश कुमार में तारतम्य कुछ खास नहीं है, 2013 में नीतीश कुमार ने एनडीए से अलग होने का ऐलान किया था तो दोनों नेताओं ने एक दूसरे पर जमकर हमला बोला था। 2002 के गुजरात दंगों के बाद कहा था कि वह नहीं चाहते हैं कि मोदी बिहार में चुनाव प्रचार करें। जिसके बाद 2005, 2010 के विधानसभा चुनाव में 2009 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी ने बिहार में चुनाव प्रचार नहीं किया था।
एक दूसरे पर साधा था निशाना
लेकिन बिहार में जब नीतीश कुमार ने महागठबंधन किया तो नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के बीच खुलकर जुबानी जंग देखने को मिली थी। प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर नरेंद्र मोदी ने नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला था। प्रदेश में भाजपा की हार के बाद केंद्र सरकार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया। बहरहाल देखने वाली बात यह होगी आगामी लोकसभा चुनाव से पहले दोनों नेताओं के बीच किस तरह का राजनीतिक सामंजस्य देखने को मिलता है।