मुजफ़्फरनगर महापंचायत: प्रियंका गांधी बोलीं- हमारे प्रधानमंत्री भी अहंकारी राजा की तरह हो गए
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को एक बार फिर कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत में प्रियंका गांधी ने कहा कि, पीएम नरेंद्र मोदी ने दुनिया भर के कई देशों का दौरा किया, लेकिन लाखों किसानों के पास जाकर उनके आंसू नहीं पोछ पाएं, उनकी राजनीति सिर्फ अपने खरबपति मित्रों के लिए है।
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मुजफ्फरनगर में आयोजित किसान पंचायत को संबोधित करते हुए प्रियंका ने कहा कि मुजफ़्फरनगर में आना मेरा कर्तव्य है। हर नेता को अहसास होना चाहिए कि जनता आकर अहसान करती है। 90 दिनों से लाखों किसान दिल्ली के बाहर बैठे हुए हैं। 215 किसान शहीद हुए, बिजली और पानी की लाइन काटी गई। राजधानी की सीमा को देश की सीमा बना दिया गया। किसान को प्रताड़ित किया गया, किसान को देशद्रोही कहा गया, प्रधानमंत्री ने संसद में किसानों को आंदोलनजीवी कहाकर मजाक उड़ाया।
महापंचायत के संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, राकेश टिकैत जी के आंखों में आंसू आते हैं तो पीएम मोदी के होठों पर मुस्कान आती है। प्रधानमंत्री ने गन्ना के बकाये के भुगतान का वादा किया था। पीएम ने किसानों की आमदनी दोगुना करने का वादा किया था। आमदनी बढ़ी क्या? प्रधानमंत्री ने भ्रमण करने के लिए दो हवाई जहाज खरीदे जिनकी कीमत 16 हजार करोड़ से ज्यादा की है लेकिन उनके पास किसानों के भुगतान के लिए पैसे नहीं है। संसद भवन, इंडिया गेट की सुंदरता के लिए 20 हजार करोड़ की स्कीम बन रही है। आपके गन्ने के दाम के भुगतान के लिए पैसे नहीं हैं।
प्रियंका गांधी ने कहा कि पुरानी कहानियों में अंहकारी राजा होते थे। जैसे-जैसे उनकी सत्ता बढ़ती चली जा रही थी वो महल में बंद हो जा रहे थे। उनके सामने लोग सच्चाई कहने से डरने लगे, गिड़गिराने लगे, उनका अहंकार बढ़ने लगा। हमारे पीएम भी उन्हीं अहंकारी राजाओं जैसे बन गए हैं। उनको यह भी समझ नहीं आ रहा कि जो जवान इस देश की सीमा को सुरक्षित रखता है, वो जवान किसान का बेटा है। पीएम को उस जवान और किसान का आदर करना चाहिए।
उन्होंने मोदी सरकार पर पूंजीपतियों का साथ देने का आरोप लगाते हुए कहा कि इनके पूंजीपति मित्र हजारों करोड़ कमा रहे हैं। धीरे-धीरे सरकारी मंडियां बंद हो जाएंगी। प्राइवेट मंडियों के खुलने से पूंजीपतियों की चलेगी, जो चाहेंगे वो करेंगे। इस कानून के तहत आपकी सुनवाई नहीं है। आप अदालत नहीं जा सकते, आपको एसडीएम के पास जाना होगा। आप लड़ नहीं सकते। ये नए कानूनों में लिखा है।
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