PM मोदी ने मानसिक संतुलन खो दिया है, उन्हें इलाज की जरूरत- CM भूपेश बघेल
रायपुर। पीएम मोदी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को 'भ्रष्टाचारी नंबर 1' कहने पर सियासी बयानबाजी तीखी हो गई। इसे लेकर राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अरविंद केजरीवाल के बाद अब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पीएम मोदी पर हमला बोला है। सीएम बघेल ने कहा "मोदी का दिमागी संतुलन बिगड़ चुका है।" उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि मोदी जी न तो आप देश को समझते हैं न देशप्रेम को, न राष्ट्र को समझते हैं और न राष्ट्रप्रेम को। न त्याग समझते हैं न बलिदान। आपको सिर्फ सत्ता समझ में आती है। आप प्रेम नहीं घृणा को समझते हैं। राजीव गांधी ने देश के लिए जान गंवाई। उनका अपमान देश और उनकी शहादत का अपमान है।
प्रधानमंत्री के कद का कोई व्यक्ति निम्न स्तर की बातें करेगा, सोचा नहीं था
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि इसके पहले देश के किसी भी प्रधानमंत्री ने इतने निम्न स्तर पर जाकर राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश नहीं की। मोदी के बयान की निंदा करने के लिए कोई शब्द नहीं है। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी पर प्रधानमंत्री की टिप्पणी बेहद निंदनीय है। कोई सोच भी नहीं सकता है कि प्रधानमंत्री के कद का कोई व्यक्ति किसी ऐसे व्यक्ति के लिए अपमानजनक टिप्पणी करेगा जो जीवित नहीं है। यह दर्शाता है कि प्रधानमंत्री ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है और उन्हें इलाज की जरूरत है।
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नींद न पूरी होने से पीएम की मानसिक स्थिति खराब
सीएम बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि वह केवल 3-4 घंटे सोते हैं। नींद की कमी ने उनकी मानसिक स्थिति को खराब कर दिया है। मोदी को शीर्ष स्थान पर नहीं होना चाहिए क्योंकि यह देश के लिए खतरनाक है। भूपेश बघेल ने कहा कि मोदी ने झूठा दावा किया है कि देश के लिए उनके दिल में प्यार और देशभक्ति है जबकि वह केवल कुर्सी और सत्ता के भूखे हैं।
पिछले पांच वर्षों में सिर्फ जुमलेबाजी हुई
भूपेश बघेल ने कहा कि यह चुनाव उन लोगों के खिलाफ है जो बोलने की आजादी पर पाबंदी लगाते हैं। जहां तक देश के अगले पीएम की बात है तो एक बात साफ है कि यूपीए सरकार बनाने जा रही है और राहुल गांधी देश के अगले पीएम बनने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में सिर्फ जुमलेबाजी हुई है। आप जुमलों से कुछ समय तक लोगों के दिलों पर राज कर सकते हैं। लेकिन जनता को नतीजों से मतलब होता है। आर्थिक मुद्दों पर ये सरकार नाकाम रही है। इसके साथ ही सामाजिक सद्भाव में कमी आई है। आप सिर्फ एक विचार को आगे बढ़ाकर भारत जैसे देश में शासन नहीं कर सकते हैं।