अरुण जेटली का कांग्रेस पर तंज, बच्चे की तरह आचार संहिता पर रोना बंद करें
नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि कांग्रेस बार-बार आचार संहिता के उल्लंघन की बात कहना बंद करे। वो इस मामले पर किसी बच्चे की तरह बर्ताव ना करे। जेटली ने कहा कि आदर्श आचार संहिता के कारण अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को खत्म नहीं किया जा सकता है। जेटली ने अपने ब्लॉग में लिखा, आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का अतिक्रमण नहीं कर सकता, दोनों का सह अस्तित्व है।
जेटली ने कहा, राजनीतिक दलों ने नया रुख अपना लिया है कि अपने विरोधियों के खिलाफ हर बात पर आदर्श आचार संहिताके उल्लंघन का आरोप लगाया जाए। आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत चुनाव आयोग से करने वालों को ध्यान रखना चाहिए कि एमसीसी द्वारा किसी भी तरीके से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार को कमतर नहीं किया जा सकता है। जेटली ने नरेंद्र मोदी के भाषणों को लेकर लगातार चुनाव आयोग से शिकायत पर ये बात कही है। इस चुनाव में एक दस बार मोदी के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत हो चुकी है। हालांकि बर बार उन्हें आयोग से क्लीन चिट मिली है।
राजीव गांधी पर बयान को लेकर मोदी को मिला जेटली का साथ, बोले- सवाल तो होंगे
इससे पहले नरेंद्र मोदी के पूर्व पीएम राजीव गांधी को 'भ्रष्टाचारी नंबर-1 ' कहने को लेकर कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दलों की आलोचना पर भी अरुण जेटली ने जवाब दिया था। अरुण जेटली ने कहा कि राजीव गांधी सरकार की ईमानदारी पर सवाल उठाने से राहुल गांधी परेशान क्यों हैं। जेटली ने कहा कि राहुल गांधी बौखलाहट की बजाय क्वात्रोची को बोफोर्स सौदे में रिश्वत क्यों दी गई? ये 'क्यू' कनेक्शन कौन है? इसका वह जवाब क्यों नहीं देते। जेटली ने अपने ट्वीट में कहा, इंदिरा गांधी की भी हत्या की गई लेकिन आज भी कांग्रेस से आपातकाल और ऑपरेशन ब्लू स्टार पर सवाल किए जाते हैं। जेटली ने कहा, वंशवादी लोग भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे व्यक्ति की ईमानदारी पर हमला करते हैं, क्या वंशवादियों को किसी बात का जवाब नहीं देना होगा?
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