मीडिया पैनिलिस्टों को हटाने के बाद अखिलेश यादव का एक और बड़ा कदम
मीडिया पैनिलिस्टों को हटाने के बाद अखिलेश यादव का एक और बड़ा कदम
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में हार के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार एक्शन मोड में हैं। यादव ने पार्टी की कई इकाईयों को भंद कर दिया है। समाजवादी छात्रसभा, समाजवादी युवजन सभा, मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड और लोहिया वाहिनी को भंग कर दिया है। इन मोर्चों के सभी पदाधिकारी हटा दिए गए हैं। इससे पहले अखिलेश यादव ने पार्टी के सभी मीडिया पैनलिस्टों को भी हटा दिया था, जिन्हें चुनाव से पहले सपा ने पार्टी का पक्ष रखने के लिए नियुक्त किया गया था।
यूपी प्रदेश अध्यक्ष भी हटाए जाएंगे!
अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश में संगठन में बड़े बदलाव कर सकते हैं। माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में सपा के अध्यक्ष नरेश उत्तम को भी हटाया जा सकता है। कई और पदाधिकारियों को भी हटाया जा सकता है। अखिलेश लगातार हार की समीक्षा में जुटे हैं और जल्दी ही कोई बड़ा ऐलान वो कर सकते हैं। सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे ओम प्रकाश सिंह का नाम यूपी प्रदेश अध्यक्ष के लिए सबसे आगे बताया जा रहा है।
मुलायम सिंह यादव भी पहुंचे पार्टी दफ्तर
अखिलेश यादव ने सोमवार को पार्टी मुख्यालय में अलग-अलग जिलों के नेताओं को बुलाकर उन वजहों पर चर्चा की जिसकी वजह से पार्टी के 32 प्रत्याशी हार गए। अखिलेश ने पूर्व मंत्री अहमद हसन, ओमप्रकाश सिंह, अरविंद सिंह गोप, अवधेश प्रसाद, मनोज पारस, योगेश प्रताप सिंह, पूर्व विधायक भीम प्रसाद सोनकर, एमएलसी उदयवीर सिंह, विधायक सुरेश यादव, प्रवक्ता जगदेव से मुलाकात कर चुनाव पर फीड बैक लिया है। सोमवार को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में मुलायम सिंह यादव भी पहुंचे और उन्होंने अखिलेश यादव के साथ बातचीत की।
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चुनाव में सपा को लगा है झटका
अखिलेश यादव की सपा और मायावती की बसपा ने गठबंधन कर लोकसभा चुनाव लड़ा। दोनों पार्टियों के नेता यूपी की 80 में से 60 सीटें जीतने का दावा कर रहे थे लेकिन गठबंधन 15 सीट ही जीत सका। बसपा को 10 और 37 सीटों पर लड़ी सपा को 5 सीटें मिलीं। 2014 में चुनाव जीतने वाले मुलायम सिंह यादव परिवार के तीन सदस्य, डिंपल यादव, धर्मेंद्र यादव और अक्षय यादव भी इस चुनाव में हार गए।
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