पर्यटकों को भा रही लद्दाख की खूबसूरती, इस साल रिकॉर्ड संख्या में पहुंचे सैलानी
टूरिस्ट को भा रही लद्दाख की खूबसूरती,
लद्दाख, 8 जून: जम्मू कश्मीर में हो रही आतंकी घटनाओं और टार्गेट किलिंग के चलते इन दिनों यहां एक दहशत का माहौल देखा जा रहा है। हालांकि इस सबके बावजूद लेह, लद्दाख, कश्मीर में टूरिस्ट खूब पहुंच रहे हैं और इन इलाकों की खूबसूरती का मजा ले रहे हैं। इन गर्मियों में बीते कई साल के मुकाबले लद्दाख में ज्यादा टूरिस्ट पहुचे हैं। कश्मीरी व्यापारी और होटल संचालकों का कहना है कि बीते एक दशक में सबसे ज्यादा सैलानी इस साल कश्मीर और लद्दाख आए हैं। पर्यटकों से कश्मीर घाटी और लद्दाख गुलजार हुई है तो इससे स्थानीय लोग और कारोबारी काफी खुश हैं।
श्रीनगर स्थित डल लेक में शिकारा चलाने वाले अमीन का कहना है कि 2012 के बाद 2022 का साल सैलानियों के लिहाज से सबसे बेहतर रहा है। एक दशक में यहां सबसे ज्यादा पर्यटक इस साल आए हैं। वो यहां पर्यटकों के लिए किसी खतरे की बात से भी इनकार करते हैं। ट्रैवल एजेंट आसिफ ने बताया कि धारा 370 हटाने के बाद कश्मीर में कर्फ्यू रहा फिर कोरोना महामारी आई, जिससे लोग नहीं आ सके लेकिन अब बड़ी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं।
होटलों में कमरे तक नहीं
कश्मीर की एक होटल के संचालक इकबाल बताते हैं कि इस बार पर्यटकों की संख्या इतनी ज्यादा है कि होटलों के कमरे कई दिनों से हाऊस फुल चल रहे हैं। 10 दिनों तक कमरे उपलब्ध नहीं हैं। कई बार तो कमरों में अतिरिक्त बेड लगाकर सैलानियों को ठहराना पड़ता है। हाऊस बोट भी फुल है। दुकानदार जुनैद का कहना है कि इस बार पर्यटकों के बड़ी संख्या में कश्मीर आने के चलते उनकी बिक्री भी अच्छी हुई है।
पर्यटकों के लिए नई मार्गदर्शिका बनाएगी लद्दाख काउंसिल
लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद के अध्यक्ष एडवोकेट ताशी गेलसन का कहना है कि लद्दाख में इस वर्ष बड़ी संख्या में पर्यटक उमड़े हैं। पर्यटक यहां आकर सीधे पैंगोंग लेक जाते हैं। हाई एल्टीट्यूड वाले वातावरण की स्थिति से वे अवगत नहीं होते। इसके चलते इस साल 7-8 लोगों पर्यटकों की मौत हो चुकी है। ऐसी स्थिति को रोकने के लिए परिषद नई मार्गदर्शिका बना रही है। इसे वेबसाइट के साथ एयरपोर्ट, टैक्सी स्टैंड, होटलों पर भी लगाया जाएगा ताकि इस तरह के नुकसान को कम किया जा सके।
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