Ramayan: रियल लाइफ में बहुत कमजोर हो गया है 'रामायण का रावण', राम जप में ही बीतता है वक्त
क्या आप जानते हैं कि रामायण में रावण का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी अब कहां हैं और क्या कर रहे हैं?
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की महामारी को रोकने के लिए देश में लागू किए गए लॉकडाउन के बीच केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने शुक्रवार को ऐलान किया कि दूरदर्शन चैनल पर शनिवार से एक बार फिर धार्मिक सीरियल रामायण का टेलीकास्ट किया जाएगा। रामायण धारावाहिक की यादें हर किसी के जहन में आज भी बसी हैं। आज भी जब रामायण का जिक्र होता है तो राम के रूप में अरुण गोविल और सीता के रूप में दीपिका चिखलिया के चेहरे सामने आ जाते हैं। वहीं, रावण के किरदार में अरविंद त्रिवेदी की दमदार आवाज और चेहरे के हाव-भाव को भी लोगों के बीच काफी पसंद किया गया था। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि रावण का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी अब कहां हैं और क्या कर रहे हैं?
कैसे मिला रामायण में रावण का रोल
रामायण सीरियल में रावण का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के रहने वाले हैं। उनके बड़े भाई उपेंद्र त्रिवेदी गुजरात में थियेटर के जाने माने कलाकार रहे हैं। अरविंद को एक्टिंग करने की प्रेरणा अपने भाई से ही मिली। अरविंद त्रिवेदी बताते हैं कि जिस समय रामायण सीरियल के लिए ऑडिशन चल रहा था, तो वो भी केवट के रोल के लिए ऑडिशन देने गए थे। अरविंद की एक्टिंग और शरीर की डीलडौल को देखकर रामानंद सागर इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने उन्हें रावण के किरदार के लिए चुन लिया।
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दशानन लंकेश के रूप में गूंजती थी दमदार आवाज
इसके बाद जब अरविंद त्रिवेदी ने टीवी पर रावण का किरदार निभाया तो रामानंद सागर की पसंद एकदम सही साबित हुई। रामानंद सागर की रामायण में रावण का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी का किरदार इतना दमदार था कि जब उनकी आवाज टीवी पर दशानन लंकेश के रूप में गूंजती थी, तो लगता था कि वास्तविक रावण ही छोटे पर्दे पर उतर आया है।
हिंदी और गुजराती की 250 फिल्मों में किया काम
रावण के रूप में दिखने वाला उनका चौड़ा माथा और चेहरे पर गुस्से के भाव ऐसे होते थे, कि आज भी अगर रावण का जिक्र होता है तो सबसे पहले अरविंद त्रिवेदी का ही चेहरा सामने आता है। रामायण में रावण के किरदार से उन्हें काफी प्रसिद्धि मिली। इस किरदार के बाद उन्हें कुछ फिल्मों में खलनायक के भी रोल मिले। रामायण के अलावा अरविंद त्रिवेदी ने विक्रम-बेताल और कई अन्य धारावाहिकों में भी काम किया। उन्होंने हिंदी और गुजराती समेत कुल 250 फिल्मों में अभिनय किया। हिंदी फिल्मों में 'पराया धन', 'जंगल में मगंल', 'आज की ताजा खबर' और 'त्रिमूर्ति' उनकी यादगार फिल्में रहीं।
तीर्थ यात्रियों की सेवा करने का करते हैं काम
रामायण में रावण का किरदार निभाने के बाद अरविंद त्रिवेदी ने राजनीति में भी कदम रखा। 1991 में अरविंद त्रिवेदी गुजरात की साबरकांठा लोकसभा सीट से सांसद चुने गए। 2002 में उन्हें भारतीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया। हालांकि अब अरविंद त्रिवेदी का ज्यादातर समय भगवान राम की भक्ति में ही बीतता है और वो तीर्थ यात्रियों की सेवा करने का काम करते हैं।
आज भी ताजा हैं 'रामायण' की यादें
आपको बता दें कि 80 के दशक में टेलीविजन पर आए रामानंद सागर के चर्चित धार्मिक सीरियल 'रामायण' की यादें लोगों के जहन में आज भी ताजा हैं। इस सीरियल को लोग किस हद तक पसंद करते थे, इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सीरियल शुरू होने से काफी देर पहले ही लोग टीवी के सामने जम जाते थे और जितनी देर यह सीरियल चलता था, सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता था। रामायण के किरदारों ने भी लोगों के दिलों में काफी जगह बनाई। राम और सीता के किरदार तो इतने मशहूर हुए कि बाजार में मिलने वाले कैलेंडर पर इन्हीं किरदारों को वास्तविक राम-सीता के रूप में दिखाया जाने लगा।
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