कृषि कानूनों के विरोध में किसान मजदूर संघर्ष समिति ने किया पंजाब में काली दिवाली मनाने का ऐलान
कृषि कानूनों के विरोध में किसान मजदूर संघर्ष समिति ने किया पंजाब में काली दिवाली मनाने का ऐलान
नई दिल्ली। केन्द्र में बैठी मोदी सरकार संसद के मानसून सत्र में तीन कृषि बिल लेकर आई थी, जो काफी हंगामे के बाद दोनों सदनों में पास हो गया था। जिसके बाद में राष्ट्रपति ने इस पर हस्ताक्षर भी कर दिए। जिसके बाद ये नया कानून पूरे देश में लागू हो गया। इस बिल के खिलाफ देशभर में किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है। पिछले दिनों पंजाब में किसान मजदूर संघर्ष समिति से जुड़े लोग सड़कों पर उतरे और जमकर प्रदर्शन किया। वहीं बुधवार कोृ किसान मजदूर संघर्ष समिति पंजाब के सदस्यों ने अमृतसर के अंतर्राज्यीय टर्मिनल पर यात्री बसों पर काले झंडे और पोस्टर लगाए।
केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए 3 कृषि कानूनों के विरोध में बसों पर काले झंडे और पोस्टर लगाने के साथ ही किसान मजदूर संघर्ष समिति के एक प्रदर्शकारी ने कहा '' हम पंजाब में इस साल काले दिवाली मना रहे हैं।
गैरतलब है कि 5 नवंबर को किसान मजदूर संघर्ष समिति ने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया था। इस दौरान दोपहर 12 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक वो अमृतसर-दिल्ली राजमार्ग ब्लॉक रखा था। सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए राजमार्ग को ब्लॉक किया। ये प्रदर्शन 46 जगहों पर किया गया था।