केरल कांग्रेस नेता Johny Nellore ने दिया इस्तीफा, नई पार्टी बनाकर भाजपा के साथ कर सकते हैं गठबंधन
केरल कांग्रेस नेता Johny Nellore ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। वो जल्द ही अपनी नई पार्टी का गठन करने वाले हैं।
कर्नाटक में तो विधानसभा चुनाव होने वाले हैं इसलिए टिकट ना मिलने से नाराज नेता और विधायक बागवत कर दूसरी पार्टी ज्वॉइन कर रहे हैं वहीं अब केरल से खबर है कि केरल कांग्रेस के पूर्व विधायक और नेता जॉनी नेल्लोर ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और अपन नई पार्टी बनाने वाले हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अपनी नई पार्टी का गठन करने के बाद जॉनी केरल में भाजपा से गठबंधन कर सकते हैं।
तीन बार के विधायक नेल्लोर
केरल कांग्रेस नेता जॉनी नेल्लोर ने बुधवार को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। हालांकि एर्नाकुलम जिले के मुवात्तुपुझा से तीन बार के विधायक नेल्लोर ने नई पार्टी के बारे में ज्यादा जानकारी देने से मना कर दिया है।
बनाएंगे नई पार्टी
हालांकि केरल कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक जॉनी नेल्लोर ने कांग्रेस से अपनी नई पार्टी बनाने के लिए इस्तीफा दिया और अब वो एक 'धर्मनिरपेक्ष, राष्ट्रीय स्तर की पार्टी' की स्थापना की घोषणा की जो किसानों के हितों के लिए काम करेगी।
अन्य नेताओं के बगावत कर दिया संकेत
नेल्लोर ने नई पार्टी के बारे में या इसके शीर्ष पर कौन होगा इस बारे में भी बात करने से इनकार कर दिया उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में और नेताओं के इसमें शामिल होने की संभावना है।
किसानों और मछुआरों के लिए काम करेंगे
सूत्रों के अनुसार नेल्लोर की नई पार्टी अगले साल होने वाले आम चुनावों से पहले भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के साथ गठबंधन कर सकती है। हालांकि, बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने ऐसी अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि हम केवल रबड़ की खेती करने वालो के नहीं बल्कि सभी किसानों और मछुआरों के लिए काम करेंगे।
नेल्लोन का राजनीतिक करियर
72 वर्षीय नेल्लोर केरल कांग्रेस (जे) के टिकट पर 1991, 1996 और 2001 के चुनाव में मुवत्तुपुझा से जीते। उन्होंने 2011 में अंगमाली निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा, लेकिन जद (एस) के जोस थेट्टायिल से हार गए।
क्या इससे भाजपा को होगा फायदा?
बता दें चर्च समर्थित पार्टी केरल कांग्रेस से नेल्लोर का इस्तीफा, राज्य में ईसाई समुदाय के लिए भाजपा को बड़े स्तर पर आम चुनाव से पहले मजबूत करने जैसा है। याद रहे ईस्टर के दौरान राज्य स्तर के भाजपा नेताओं ने ईसाई परिवारों के घरों में जाकर मुलाकात की थी।
केरल में क्रिश्चियन आबादी
इसके अलावा विभिन्न चर्चों के प्रमुख से भी मिले थे। आम चुनाव में केरल के ईसाई इसलिए अहम हैं क्योंकि यहां पर ईसाई आबादी का लगभग 19 प्रतिशत हैं।
कांग्रेस ने नेल्लोन के पाटी छोड़ने पर क्या कहा?
हालांकि कांग्रेस नेता वीडी सतीशन ने नेल्लोर के जानें पर कहा कि उनकी पार्टी और यूडीएफ से उनके जाने से कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उनका कांग्रेस छोड़ना कोई अहम नहीं है। उन्होंने दावा किया कि वो बीते चुनाव में टिकट ना मिलने के बाद से यूडीएफ के भीतर सक्रिय नहीं थे।
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