2026 तक 15,000 करोड़ का होगा ड्रोन उद्योग, पैदा होंगे 5 लाख रोजगार: ज्योतिरादित्य सिंधिया
2026 तक 15,000 करोड़ का होगा ड्रोन उद्योग, पैदा होंगे 5 लाख रोजगार:
नई दिल्ली, 27 मई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में दो दिवसीय 'भारत ड्रोन महोत्सव 2022' का उद्घाटन किया है। ड्रोन महोत्सव के उद्घाटन कार्यक्रम में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ड्रोन उद्योग के आने वाले वक्त में तेजी से बढ़ने और अगले कुछ सालों में इसमें लाखों नए रोजगार पैदा होने की बात कही है।
Recommended Video
प्रगति मैदान में ड्रोन महोत्सव में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, ड्रोन निकट भविष्य में भारत को आत्मनिर्भर बनाने में बहुत आगे लेकर जाएगा। ड्रोन क्रांति की चिंगारी सबसे पहले हमारे किसानों और गांव के लोगों ने पूरे देश में लगाई है। हमारा अनुमान है कि 2026 तक ड्रोन का उद्योग 15,000 करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगा। आज 270 ड्रोन के स्टार्टअप्स हैं, यह आने वाले वक्त में और बढ़ेंगे। आने वाले 5 साल में ड्रोन उद्योग में 5 लाख रोज़गार के अवसर भी पैदा होंगे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ड्रोन एक ऐसा विचार है जिसका भारत में समय आ गया है। ड्रोन सुरक्षा बलों को सुरक्षा बनाए रखने में मदद कर सकता है तो यह किसानों की भी मदद कर सकता है। इसके अलावा कई दूसरे क्षत्रों में भी ये मददगार हो सकता है। सिंधिया ने बताया कि सरकार नए ड्रोन नियम लेकर आई है और एक ड्रोन स्पेस मैप जारी किया गया है।
पीएम क्या बोले
ड्रोन महोत्सव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ड्रोन तकनीक को लेकर भारत में जो उत्साह देखने को मिल रहा है, वह अद्भुत है। यह भारत में ड्रोन सर्विस और ड्रोन आधारित इंडस्ट्री की लंबी छलांग का प्रतिबिंब है। यह भारत में रोजगार के एक उभरते हुए बड़े सेक्टर की संभावनाएं दिखाती हैं। इससे जाहिर होता है कि भारत ग्लोबल ड्रोन हब बन सकता है।
प्रगति मैदान में दो दिन (27- 28 मई) चलने वाले ड्रोन महोत्सव के उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी और ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर, गिरिराज सिंह, अश्विन वैष्णव भी मौजूद थे। बता दें कि ड्रोन महोत्सव में 1600 डेलिगेट हिस्सा ले रहे हैं। वहीं 70 एग्जिबिटर अपने ड्रोन तकनीक को यहां दिखाएंगे।
पीएम मोदी ने किया देश के सबसे बड़े ड्रोन फेस्टिवल का उद्घाटन, बोले- भारत बन सकता है ग्लोबल ड्रोन हब