Jharkhand election results: पक्ष में आते रुझानों के बीच भाजपा ने दिए आजसू से फिर दोस्ती के संकेत
नई दिल्ली- झारखंड में वोटों की गिनती से जो रुझान मिल रहे हैं, उसमें किसी भी दल या गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलने के संकेत नहीं दिख रहे हैं। अलबत्ता 2014 में भी वहां भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था। ऐसे में सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही है कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने अपनी पुरानी सहयोगी आजसू से बातचीत करना शुरू कर दिया है। बता दें कि आजसू की ओर से पहले से ही यह संकेत मिल चुके हैं कि नतीजों के बाद वह एकबार फिर से बीजेपी के साथ जा सकती है।
बीजेपी के आंतरिक सूत्रों के मुताबिक पार्टी को उम्मीद है कि आखिरी नतीजे आने तक 81 सीटों वाली झारखंड विधानसभा में वह अपने दम पर 33 से 35 सीटें हासिल कर लेगी। बाकी का जुगाड़ वह आजसू का समर्थन लेकर कर सकती है। कहा जा रहा है कि पार्टी के नेताओं ने ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन के नेता सुदेश महतो से संपर्क साधना शुरू कर दिया। सिर्फ आजसू के महतो ही नहीं, पार्टी के लोग पूर्व सीएम और जेवीएम के बाबूलाल मरांडी के साथ भी संपर्क में हैं।
बीजेपी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आजसू और जेवीएम के नेतृत्व को यह बताया गया है कि ये लोग पहले भाजपा के साथी रह चुके हैं और प्रदेश में पैदा हो रही स्थितियों के बाद उनका एकजुट रहना राज्य के भी हित में है। सूत्र यह भी साफ कर चुके हैं कि आजसू फिर से बीजेपी के साथ जाने के खिलाफ नहीं है। बता दें कि इसी रणनीति के तहत बीजेपी ने एजेएसयू चीफ सुदेश महतो के खिलाफ सिल्ली में अपना उम्मीदवार भी नहीं दिया था।
बता दें कि 2014 में बीजेपी को यहां 37 सीटें मिली थीं और उसने आजसू के 5 विधायकों के सहयोग से पूरे 5 साल का कार्यकाल पूरा किया है। लेकिन, चुनाव में दोनों पार्टियां अलग-अलग लड़ीं थीं।