India China border:तीन दिनों के लद्दाख दौरे पर हैं रक्षा मंत्री, राजनाथ सिंह की LAC यात्रा इस वजह से है अहम
लेह, 27 जून: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज से तीन दिनों की लद्दाख यात्रा पर हैं। इस दौरान वहां उनके कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम हैं। उनके दौरे के पहले दिन ही भारतीय सेना के नॉर्दर्न कमांड ने उन्हें पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के मौजूदा हालातों की जानकारी दी है। अपनी इस यात्रा के दौरान वे बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (बीआरओ) के कई इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट का उद्घाटन करेंगे और इलाके में तैनात सेना के लोगों के साथ बातचीत करेंगे और विपरीत परिस्थियों में राष्ट्र की रक्षा के लिए उनके संघर्ष के लिए उनकी हौसला अफजाई करेंगे।
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एलएसी
पर
अहम
ठिकानों
का
दौरा
करेंगे
राजनाथ
पूर्वी
लद्दाख
में
चीन
के
साथ
भारत
की
पिछले
साल
लंबे
वक्त
तक
भारी
तनाव
की
स्थिति
बनी
रही
थी।
रक्षा
मंत्री
की
इस
यात्रा
में
थल
सेना
प्रमुख
जनरल
एमएम
नरवणे
भी
उनके
साथ
ही
मौजूद
हैं।
आधिकारिक
सूत्रों
के
मुताबिक
रक्षा
मंत्री
पूर्वी
लद्दाख
में
सेना
की
तैयारियों
का
जायजा
लेंगे।
गौरतलब
है
कि
चीन
के
साथ
सीमा
विवाद
पर
बातचीत
अगले
चरण
में
है
और
कई
मुद्दों
पर
विवाद
अभी
बरकरार
ही
हैं।
गौरतलब
है
कि
रक्षा
मंत्री
की
यह
लद्दाख
यात्रा
भारत
और
चीन
में
राजनियक
संवाद
के
ताजा
दौर
की
शुरुआत
के
दो
दिनों
बाद
ही
शुरू
हुई
है।
बता
दें
कि
पिछले
साल
मई
महीने
में
ही
वहां
पर
दोनों
देशों
के
बीच
संघर्ष
का
आगाज
हुआ
था,
जो
लंबे
वक्त
तक
चला
था।
अपनी
यात्रा
के
दौरान
रक्षा
मंत्री
सेना
के
हाई
एल्टीट्यूड
के
ठिकानों
का
भी
दौरा
करेंगे।
उनके
इस
दौरे
का
एक
मकसद
विपरीत
हालातों
में
तैनात
जवानों
का
हौसल
बढ़ाना
भी
है।
कुछ
इलाके
में
चीन
अभी
भी
पीछे
हटने
को
तैयार
नहीं
पिछले
फरवरी
में
दोनों
देशों
के
बीच
समझौते
के
बाद
पैंगोंग
लेक
के
पास
से
दोनों
सेनाओं
के
पीछे
हटने
के
बाद
रक्षा
मंत्री
का
यह
पहला
पूर्वी
लद्दाख
दौरा
है।
हालांकि,
हॉट
स्प्रिंग,
गोगरा
और
देपसांग
के
इलाके
में
अभी
भी
विवाद
बरकरार
है
और
चीन
अपनी
सेना
को
पीछे
हटाने
के
लिए
तैयार
नहीं
है।
लेह
में
300
पूर्व
सैनिकों
से
भी
मिले
रक्षा
मंत्री
इससे
पहले
रक्षा
मंत्री
ने
लेह
में
300
पूर्व
सैनिकों
से
भी
बातचीत
की
है,
जिसमें
अशोक
चक्र
विजेता
नायब
सूबेदार
चेरिंग
मुटुप
(रिटायर्ड)
और
महावीर
चक्र
विजेता
कर्नल
सोनम
वांगचुक
(रिटायर्ड
)
भी
शामिल
हैं।
इस
मौके
पर
राजनाथ
सिंह
ने
राष्ट्र
की
सुरक्षा
में
पूर्व
सैनिकों
के
अद्वितीय
समर्पण
का
जिक्र
करते
हुए
उनके
कल्याण
के
लिए
सरकार
की
प्रतिबद्धता
दोहराई।
बाद
में
उन्होंने
लद्दाख
ऑटोनोमस
हिल
डेवलपमेंट
काउंसिल
के
चुने
हुए
प्रतिनिधियों
और
अधिकारियों
से
भी
मुलाकात
की।