पाकिस्तान में इस जगह है जैश का वही सेंटर जहां पर पुलवामा के हमलावर आदिल को मिली थी ट्रेनिंग
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के अवंतिपोरा जिले के पुलवामा आतंकी हमले ने पूरे देश को सदमे में पहुंचा दिया है। इस हमले के कुछ ही घंटों के बाद जैश-ए-मोहम्मद ने जिम्मेदारी लेते हुए एक बार फिर साबित कर दिया कि पाकिस्तान संचालित ये खूंखार आंतकी संगठन घाटी में कैसे अपनी जड़े जमा चुका है। पाकिस्तान को 'नया पाकिस्तान' बनाने का वादा करके सत्ता में आए इमरान खान की हुकूमत में जैश की जिहादियों को खूब समर्थन मिल रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान खान के सत्ता में आने के बाद पाकिस्तान में कई आतंकी संगठनों को सरकार का समर्थन हासिल हो रहा है। पिछले साल पाकिस्तान के एक मंत्री ने तो यहां तक कहा दिया था कि जब तक उनकी सरकार है, तब तक पाकिस्तान में हाफिज सईद कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। जब से इमरान खान प्रधानमंत्री बने है, तभी से पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में जैश-ए-मोहम्मद ने अपने नये ठिकाने तैयार करने शुरू कर दिये हैं।
बहावलपुर
जैश
का
नया
अड्डा
वरिष्ठ
पत्रकार
प्रवीण
स्वामी
ने
फर्स्टपोस्ट
में
अपनी
एक
रिपोर्ट
में
लिखा
था
कि
पंजाब
प्रांत
में
बहावलपुर
शहर
के
बाहर
जैश-ए-मोहम्मद
का
करीब
15
एकड़
कॉम्पलेक्स
पर
काम
चल
रहा
है।
जैश
का
यह
नया
अड्डा
अपने
हेडक्वार्टर
से
पांच
गुना
ज्यादा
बड़ा
है।
अपने
इसी
नए
अड्डे
से
जैश
दक्षिण
पंजाब
के
हजारों
बच्चों
को
आतंकवाद
की
ट्रेनिंग
देगा।
स्थानीय
सरकारी
रिकॉर्ड
बताते
हैं
कि
बहावलपुर
शहर
में
मसूद
अजहर
ने
कई
जमीनों
को
खरीद
लिया
है,
जिनकी
मार्केट
वेल्यू
80
से
90
लाख
प्रति
एकड़
है।
पुलवामा
का
ही
रहने
वाला
आदिल
अहमद
डार
उर्फ
वकास
कमांडो
पिछले
साल
अपने
गांव
से
अचानक
गायब
गया
था
और
उसके
बाद
वापस
घर
लौट
आया
था।
पाकिस्तान
से
ट्रेनिंग
लेकर
आया
डार
कुछ
महीनों
तक
घाटी
में
ही
जैश
की
यूनिट
के
साथ
मिलकर
काम
साजिश
रचा
रहा
था।
इमरान
का
प्यारा
मसूद
अजहर
ने
एक
आर्टिकल
में
पजांब
के
युवाओं
को
सोशल
मीडिया
पर
वक्त
जाया
करने
के
बजाए
उनके
साथ
काम
करने
की
सलाह
दी
थी।
अजहर
लिखता
है,
'जिहाद
के
झंडे
कश्मीर
में
हर
सड़क
कोने
पर
उड़
रहे
हैं
और
हम
अफगानिस्तान
में
विजयी
हैं।'
उसने
युवाओं
से
कहा
कि
जो
मुजाहिद्दीन
में
विश्वास
रखते
हैं,
वे
अपने
आपको
मुस्लिम
होने
के
नाते
खुद
को
तैयार
रखें।
जर्नलिस्ट
प्रवीण
स्वामी
के
अनुसार,
जैश-ए-मोहम्मद
के
समर्थकों
ने
पाकिस्तान
में
चुनाव
में
इमरान
खान
का
समर्थन
किया
था।
बेरोजगारों
को
जैश
दे
रहा
जिहाद
की
ट्रेनिंग
जैश
का
चीफ
अजहर
कई
बार
नवाज
शरीफ
को
मुसलमानों
और
इस्लाम
का
दुश्मन
बता
चुका
है।
यहां
तक
पिछले
साल
हुए
चुनाव
के
वक्त
जैश
के
लोगों
ने
पंजाब
प्रांत
में
नवाज
शरीफ
की
पार्टी
के
पोस्टरों
को
उतारने
और
एंटी-पीएमएल(एन)
अभियान
चलाया
था।
पंजाब
प्रांत
में
नवाज
की
पार्टी
का
शुरू
से
दबदबा
रहा
है,
लेकिन
इमरान
खान
के
आने
के
बाद
अब
जैश-ए-मोहम्मद
अपनी
जड़ें
मजबूत
करने
में
लगा
गया।
कश्मीर
में
खून
खराबा
करने
के
लिए
जैश-ए-मोहम्मद
हथियार
पाकिस्तान
के
पंजाब
में
बेरोजगार
युवाओं
को
हथियार
थमा
रहा
है।