बीते पांच सालों में कितना बढ़ा पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स और गैस-क्रूड ऑयल का आयात निर्यात,देखें सूची
Import export of Crude Oil, Petroleum Products & Natural Gas how much increased in the last five years, see list
नई दिल्ली, 21 मार्च। तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने रविवार को डीजल की कीमत में लगभग 25 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की, जिससे खुदरा उपभोक्ताओं की तुलना में थोक उपभोक्ताओं जैसे मॉल, कारखानों और रेलवे के लिए ईंधन काफी महंगा हो गया क्योंकि तेल रिफाइनर कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी का सामना करते हैं। . ब्रेंट क्रूड की कीमत साल की शुरुआत से लगभग 43 फीसदी बढ़कर 111.4 डॉलर प्रति बैरल हो गई है, जो 78.11 डॉलर प्रति बैरल थी। भारत अपनी जरूरत का करीब 85 फीसदी कच्चे तेल का आयात करता है।
वहीं सोमवार को पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री ने कहा तेल और गैस कंपनियां घरेलू मांग को पूरा करने के बाद पेट्रोलियम उत्पादों के अधिशेष उत्पादन का निर्यात करती हैं। पिछले 5 वर्षों में कच्चे तेल, पेट्रोलियम उत्पादों और प्राकृतिक गैस के आयात और पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात (मात्रा और मूल्य) का वर्ष-वार विवरण शेयर किया है।
गौरतलब है कि थोक डीजल की कीमत अब देश भर में तेल विपणन कंपनियों के खुदरा बिंदुओं पर डीजल की तुलना में लगभग 25 रुपये प्रति लीटर अधिक है। तेल विपणन कंपनियों के सूत्रों के अनुसार, मुंबई में, डीजल की थोक कीमत शहर में खुदरा बिंदुओं पर 94.14 रुपये प्रति लीटर की तुलना में बढ़कर 122 रुपये प्रति लीटर हो गई है।
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