यादव होंगे देश के अगले उपराष्ट्रपति, नरेंद्र मोदी भी सहमत
बिहार के मधुबनी से भाजपा सांसद हुकुमदेव नारायण यादव अगले उपराष्ट्रपति हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में उनके नाम पर सहमति बन गई है।
नई दिल्ली। इस साल उपराष्ट्रपति का कार्यकाल खत्म हो रहा है। उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का दूसरा कार्यकाल पूरा होने के बाद भारत का उपराष्ट्रपति कौन होगा, इसको लेकर तमाम कयास लगाए जा रहे हैं। वहीं माना जा रहा है कि भाजपा शीर्ष नेतृत्व अपना उम्मीदवार लगभग तय कर चुका है। बिहार के भाजपा सांसद हुकुमदेव नारायण यादव को एनडीए अपना उपराष्ट्रपति पद का कैंडिडेट बनाने जा रही है।
यादव के नाम पर बन रही है भाजपा में सहमति
भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का कार्यकाल इस साल खत्म हो रहा है। हामिद अंसारी को 2007 में यूपीए के समय में उपराष्ट्रपति बनाया गया था। 2012 में उन्हें दोबारा उपराष्ट्रपति चुना गया, माना जा रहा है कि एनडीए अंसारी को तीसरी दफा उपराष्ट्रपति नहीं बनाएगा। ऐसे में अंसारी के बाद उपराष्ट्रपति पद के चेहरे के लिए भाजपा के शीर्ष नेताओं के बीच मंथन तेज हो गया है।
ओबीसी समुदाय से आते हैं हुकुम नारायण
माना जा रहा है कि कई नामों पर चर्चा के बाद बिहार के मधुबनी से भाजपा के लोकसभा सांसद हुकुमदेव नारायण भारत के अगले उपराष्ट्रपति हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में उनके नाम पर आम राय बन गई है। हुकुमदेव नारायण यादव बिहार के मधुबनी से सांसद हैं। वह पांचवीं बार लगातार लोकसभा पहुंचे हैं। यादव ओबीसी समुदाय से आते हैं और उन्हें उपराष्ट्रपति बनाकर बीजेपी ओबीसी मतदाताओं को एक संदेश देने की कोशिश करेगी। वहीं यादवों के बीच भी इससे भाजपा एक सकारामत्क संदेश देने की कोशिश करेगी।
समाजवादी नेता के तौर शुरू की थी राजनीति
यादव का नाम एनडीए कैंडिडेट के तौर पर लगभग फाइनल है। इसको उत्तर प्रदेश में ओबीसी समुदाय के भाजपा को मिले समर्थन से भी जोड़कर देखा जा रहा है। यादव ने बिहार की राजनीति में ग्राम प्रधान के चुनाव से शुरू कर बड़े मुकाम हासिल किया है। यादव राजनीति के अपने करियर में लंबे वक्त तक समाजवादी रहे हैं। समाजवादी संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी से शुरुआत कर वह सोशलिस्ट पार्टी और फिर भारतीय लोक दल में रहे। इसके बाद वह जनता पार्टी में शामिल हो गए।
ग्राम प्रधान से शुरू की थी राजनीति
1960 में यादव पहली बार ग्राम प्रधान चुने गए जबकि1967 में पहली बार विधायक बने। 1977 में वो पहली बार सांसद चुने गए। हुकुमदेव नारायण यादव 1993 में भाजपा में शामिल हुए। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भी यादव केंद्र में मंत्री रह चुके हैं। हुकुम देव नारायण को लोकसभा में चुटीले अंदाज में अपनी बात रखने के लिए जाना जाता है।