दिल्ली में बेकाबू हालात को लेकर गौतम गंभीर की प्रदर्शनकारियों से अपील, शांति व्यवस्था बनाएं रखें
नई दिल्ली। Violence protest in Delhi कृषि कानून के विरोध में पिछले 2 महीने से दिल्ली की सीमाओं पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसान अब दिल्ली के अंदर घुस चुके हैं। गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की शांतिपूर्ण ट्रैक्टर रैली निकलनी थी, लेकिन दिल्ली के मेन आईटीओ चौक पर हुआ उपद्रव कुछ और ही बयां कर रहा है। दिल्ली में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प की तस्वीरें भी लगातार सामने आ रही हैं। इस बीच पूर्वी दिल्ली से सांसद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है।

शांति और सुरक्षाबलों के प्रति सम्मान की भावना रखें- गंभीर
गौतम गंभीर ने ट्वीट कर कहा है कि हिंसा और बर्बरता हमें कहीं नहीं ले जाएगी, मैं सभी से शांति और सुरक्षाबलों के प्रति सम्मान की भावना रखने की अपील करता हूं, आज इस तरह की अराजकता का दिन नहीं है।
Violence and vandalism will lead us nowhere. I urge everyone to maintain peace & honour agreements. Today is not the day for such chaos!
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) January 26, 2021
योगेंद्र यादव का बयान
दिल्ली में किसानों के उग्र प्रदर्शन को लेकर स्वराज इंडिया के प्रमुख और इन दिनों किसानों के मुख्य नेता बने हुए योगेंद्र यादव ने भी बयान जारी किया है। उन्होंने कहा है कि हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण ही था, सिंघु बॉर्डर पर डटे किसान हमारे संगठन के नहीं हैं। योगेंद्र यादव ने कहा है कि प्रदर्शनकारी तय रूट पर ही ट्रैक्टर रैली निकालें।
तीन रूट की मिली थी अनुमति
आपको बता दें कि दिल्ली में किसानों को ट्रैक्टर रैली निकालने के लिए सिर्फ तीन रूट की ही अनुमति मिली थी।
पहले रूट में सिंघु बॉर्डर से संजय गांधी ट्रांसपोर्ट होते हुए कंझावला, बवाना और चंडी बॉर्डर को पार कर KMP हाईवे तक रैली जानी थी। ये पूरा रूट 62 से 63 किलोमीटर का था। दूसरे रूट में टिकरी बॉर्डर से नांगलोई, नजफगढ़ और झड़ौदा होते हुए KMP हाईवे तक और तीसरे रूट में गाजीपुर से अप्सरा बॉर्डर, हापुड़ रोड से केजीटी एक्सप्रेस वे तक।