Farmers protest update:अधीर रंजन बोले- PM मोदी में किसानों से फेस-टू-फेस बात करने की हिम्मत नहीं है
नई दिल्ली। Farmers protest update: कृषि कानूनों (Farm laws) के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन(Farmers protest) को लेकर विपक्षी दल लगाता पीएम मोदी (Narendra modi) और उनकी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी(adhir ranjan chowdhury) ने शुक्रवार को कहा कि, पीएम मोदी के अंदर हिम्मत नहीं है कि, वे आंदोलन कर रहे किसानों से फेस-टू-फेस बात कर सकें। उन्होंने सम्मान निधि को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा।
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि, प्रदर्शनकारी किसानों के साथ आमने-सामने बात करने की मोदी जी में हिम्मत नहीं है। केंद्र सरकार किसानों के बैंक खातों में 18,000 करोड़ रुपये सीधे हस्तांतरित होने की बात करती है। लेकिन, मैं यह कहना चाहता हूं कि बिचौलिए अभी भी मौजूद हैं और पूरी राशि किसानों तक नहीं पहुंचती है। बता दें कि आज पीएम मोदी ने देशभर के किसानों में किसान सम्मान निधि को एक कार्यक्रम के जरिए ट्रांसफर किया।
पीएम की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए, कांग्रेस ने कहा कि किसानों को धर्मोपदेश की जरूरत नहीं है, लेकिन कृषि कानूनों को वापस लेने की जरूरत है। कांग्रेस के प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने ट्वीट कर कहा कि, इस समय, किसानों को भाजपा के खोखले भाषणों और धर्मोपदेशों की ज़रूरत नहीं है, उन्हें काले कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए ठोस समाधान की आवश्यकता है। मठों और आर्केस्ट्रा की रैलियों में शामिल होने के बजाय, भाजपा नेतृत्व को सिंघू, टिकरी और अन्य विरोध स्थलों पर जाकर बात करनी चाहिए।
गौरतलब है कि केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों को लेकर गतिरोध अब भी बरकरार है। कानूनों को रद्द कराने पर अड़े किसान इस मुद्दे पर सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर चुके हैं। इसके लिए दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन आज 30वें दिन भी जारी है। किसान हाल ही बनाए गए तीन नए कृषि कानूनों - द प्रोड्यूसर्स ट्रेड एंड कॉमर्स (प्रमोशन एंड फैसिलिटेशन) एक्ट, 2020, द फार्मर्स ( एम्पावरमेंट एंड प्रोटेक्शन) एग्रीमेंट ऑन प्राइस एश्योरेंस एंड फार्म सर्विसेज एक्ट, 2020 और द एसेंशियल कमोडिटीज (एमेंडमेंट) एक्ट, 2020 का विरोध कर रहे हैं।