रेलवे में हेल्पर बनने के लिए आवेदन कर रहे हैं इंजीनियर और MBA
नई दिल्ली। देश में बेरोजगारी की क्या स्थिति है यह इस बात से साफ हो जा रहे हैं कि, कुछ हजार पदों के लिए लगभग करोड़ से अधिक लोगों ने आवेदन किया है। इन आवेदनकर्ताओं ने अधिकतर इंजिनियरिंग, मैनेजमेंट और साइंस एवं कॉमर्स में अच्छी डिग्री लेने वाले युवा हैं। सामने आई जानकारी के मुताबिक, भारतीय रेलवे ने लेवल-1 और ग्रुप डी श्रेणी में ट्रैक मैन, खलासी और हेल्पर के 62,907 पदों पर भर्तियां निकाली थीं। जिसके लिए 82 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने आवेदन किया है।
रेलवे की ओर से जारी विज्ञापन में 62,907 पदों पर आवेदन के लिए न्यूनतम अहर्ता दसवीं पास होने और आईटीआई सर्टिफिकेट या फिर नेशनल अप्रेटिंसशिप सर्टिफिकेट रखी गई है। एक अंग्रेजी समाचार में छपी खबर के मुताबिक, इन पदों के लिए 1.9 करोड़ 10वीं पास युवाओं के साथ ही 48.48 लाख अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट युवाओं ने भी आवेदन किया है। रेलवे में लेवल-1 का पद सबसे निचला होता है, जिसमें गेटमैन, रेलवे शेड और ऑफिसों में काम करने वाले हेल्पर, ट्रैकमैन, गैंगमैन और ट्रैक की मरम्मत करने वाले प्वॉइन्ट मैन होते हैं।
रेलवे ने इनमें से करीब 75,500 कैंडिडेट्स को शॉर्टलिस्ट किया है। रेलवे की ओर से बीते साल जारी विज्ञापन के मुताबिक नए भर्ती कर्मचारियों को 18,000 रुपये प्रति माह सैलरी मिलेगी और अन्य भत्ते दिए जाएंगे। रेलवे के आंकड़ों के मुताबिक, रेलवे में खलासी और हेल्पर के पदों के लिए आवेदन करने वाले 4.91 लाख उम्मीदवारों के पास बीटेक की डिग्री और 40,751 उम्मीदवारों के पास इंजीनियरिंग में मास्टर्स डिग्री है।
वहीं अंडर-ग्रेजुएट मैनेजमेंट प्रोग्राम और MBA के 86,000 छात्रों ने आवेदन किया है। आवेदन करने वालों में 19.1 लाख लोगों ने आर्ट्स से स्नातक किया है। 3.83 लाख आवेदक आर्ट्स में पोस्ट ग्रेजुएट हैं, वहीं 9.57 लाख साइंस ग्रेजुएट और 1,27,018 साइंस में पोस्ट ग्रेजुएट हैं। रेलवे को लेवल-1 के इन पदों के लिए 2 करोड़ आवेदन मिले हैं। इन आंकड़ों के सामने के बाद विपक्षी दल सरकार की आलोचना कर रहे हैं।
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