Delhi Elections Results 2020: इन 5 कारणों से जीते केजरीवाल और 'आप'
Delhi Elections Results 2020: इन 5 कारणों से जीते केजरीवाल और 'आप'
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव का फैसला आ चुका है। दिल्ली की जनता ने एक बार फिर से आम आदमी पार्टी को सत्ता पर बिठाया है। आम आदमी पार्टी तीसरी बार दिल्ली में सरकार बनाने जा रही है। दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। वहीं बीजेपी के दिल्ली में सत्ता हासिल करने का वनवास इस बार भी पूरा नहीं हुआ। आप ने बीजेपी के दावों की हवा निकाल दी और बड़ी जीत हासिल की है। ऐसे में आइए हम आपको बताते हैं कि आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल की जीत की वजह क्या है? किन कारणों से दिल्ली की जनता ने एक बार फिर से अरविंद केजरीवाल के हाथों में दिल्ली की बागडोर सौंप दी।
साधारण भेषभूषा और आम चेहरा
अरविंद केजरीवाल की सबसे बड़ी ताकत उनका साधारण जीवन है। उनकी साधा रण भेषभूषा और उनका तरीका उन्हें लोगों के बीच लोकप्रिय बनाता है। लोग उन्हें अपनी तरह मानते हैं इसलिए उन्हें स्नेह करते हैं। लोगों ने उनके नेतृत्व पर भरोसा जताया,जबकि BJP बिना किसी मुख्यमंत्री फेस के चुनाव लड़ा। लोगों ने केजरीवाल के नेतृत्व पर भरोसा जताया,। ये कमी बीजेपी में खली। बीजेपी सिर्फ सामुहिक नेतृत्व का हवाला देकर सवाल से बचने की कोशिश करती दिखी। केजरीवाल ने भी इस मुद्दे पर बीजेपी को घेरा।
दिल्ली के स्थानीय मुद्दे
अरविंद
केजरीवाल
और
आम
आदमी
पार्टी
के
कार्यकर्ताओं
ने
स्थानीय
मुद्दों
पर
चुनाव
लड़ा।
बिजली,
पानी,
स्कूल
के
मुद्दे
दिल्ली
के
आम
लोगों
के
मसले
हैं।
केजरीवाल
ने
दिल्ली
की
जनता
के
स्थानीय
मुद्दों
के
उठाया।
केजरीवाल
सरकार
ने
अपने
किए
कामों
को
खूब
जमकर
प्रचार
किया।
स्कूलों
की
दशा
सुधाकर
केजरीवाल
ने
दिल्ली
के
गरीब
तबके
की
दिल
जीत
दिया।
FREE स्कीम आई काम
दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने अपनी फ्री स्कीम का जमकर प्रचार किया। फ्री बिजली और फ्री पानी के चलते आम आदमी की पहुंच घर-घर तक हो गई। अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली की अधिकांश आबादी को बिजली और पानी मुफ्त कर दिया। इतना ही नहीं DTC बसों में महिलाओं का सफर मुख्त कर दिया। इन फैसलों ने दिल्ली की जनता को खूब प्रभावित किया।
पीएम मोदी पर साधी चुप्पी
केजरीवाल ने दिल्ली चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जुबानी हमले बंद कर दिए। केजरीवाल जानते हैं कि पीएम मोदी का अपना जनाधार है और मोदी के प्रशंसकों को नाराज नहीं करना चाहते थे। उन्होंने अनुभव से सीखा कि मोदी पर सीधा हमला उनके पक्ष में नहीं जाता। ऐसे में उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी पर बयानबाजी और जुबानी हमले करने से खुद को दूर रखा। पीएम मोदी को छोड़कर उन्होंने अरविंद केजरीवाल ,मनोज तिवारी समेत बाकी बड़े नेताओं पर खूब हमले किए.
शाहीन बाग से किया किनारा
बीजेपी ने शाहीन बाग के मसले को चुनावी मुद्दा बनाया। चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन को चुनावी मुद्दा बनाते हुए आम आदमी पार्टी पर हमकर हमले किए। जहां बीजेपी अपनी हर चुनावी रैली में शाहीन बाग का नाम देती रही तो वहीं केजरीवाल चालाकी से इससे बचते रहे और इससे दूरी बना ली। इतना ही नहीं चुनवाव से ठीक पहले उन्होंने हनुमान भक्त बनकर बीजेपी के चाल को नाकाम करने की कोशिश की, जिसमें वो पास भी हो गए।