दिल्ली का मूड: सीएम के तौर पर अरविंद केजरीवाल पहली पसंद, AAP को 41 सीटें
नई दिल्ली। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपनी सरकार के तीन साल पूरे होने पर अपने कार्यों का लेखा-जोखा पेश किया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जो 70 साल में नहीं हुआ वो तीन साल में कर दिखाया। केजरीवाल की बातों से दिल्ली की जनता कितनी सहमत है। इसको लेकर एबीपी न्यूज़ ने ओपिनियन पोल किया है।
लाइव अपडेट्स
# ओपिनियन पोल के मुताबिक अगर आज चुनाव हो जाए तो आम आदमी पार्ची को 41, बीजेपी को 25 और कांग्रेस को 4 सीटें मिल सकती हैं। इस तरह जहां आप को 26 सीटों का बड़ा नुकसान होगा, वहीं बीजेपी को 22 सीटों का बड़ा फायदा होगा. कांग्रस को महज़ 4 सीटों का ही सही, लेकिन पूरा-पूरा फायदा होगा।
# वोट के मामले में आप को 39.6 फीसदी, बीजेपी को 32.9 फीसदी और कांग्रेस 19.7 फीसदी मिल सकता है। आपको बता दें कि 2015 के विधानसभा चुनाव में आप को 54.3 फीसदी, बीजेपी को 32.3 फीसदी और 9.7 फीसदी वोट मिले थे।
# यमुना पार दिल्ली का बेहद महत्वपूर्ण इलाका है, यहां विधानसभा की 20 सीटें हैं। इस इलाके में भी आम आदमी पार्टी को ही बढ़त मिल रही है। आप को 10, बीजेपी को 8 और कांग्रेस को सिर्फ एक सीट ही मिल रही है।
# बाहरी दिल्ली की बात करें तो यहां विधानसभा की 30 सीटें हैं। बाहरी दिल्ली की जनता मूड भी सेंट्रल दिल्ली की जनता की तरह नजर आ रहा है। बाहरी दिल्ली की बीस विधानसभा सीटों में से आम आदमी पार्टी को 20, बीजेपी के हिस्से 9 सीटें आती नजर आ रही हैं। कांग्रेस के हाथ यहां भी मायूसी ही लगती नजर आ रही है।
# पीएम मोदी प्रधानमंत्री के तौर पर पहली पसंद बने हुए हैं। पीएम मोदी पर दिल्ली की 54% जनता को भरोसा है। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 19% जनता की ही पसंद बने हैं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल मात्र 9 फीसदी लोगों की ही पसंद हैं।
# दिल्ली में अभी चुनाव हों तो दिल्ली वालों के लिए सीएम की पहली पसंद अरविंद केजरीवाल ही है। दिल्ली की 49% जनता अरविंद केजरीवाल पर भरोसा जता रही है। वहीं केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन 14% लोगों की पसंद हैं। वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन पर सिर्फ 9% लोगों की पंसद बने हैं। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को दिल्ली की 6% जनता की मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहती है।
# दिल्ली की जनता केंद्र की सरकार के कामकाज से तो नाखुश है लेकिन मोदी सरकार को बदलना नहीं चाहती है। 51% लोगों को कहना है कि वो केंद्र सरकार को नहीं बदलना चाहते हैं। 48 फीसदी लोग केंद्र सरकार को बदलने के लिए तैयार हैं।
# सांसदों के कामकाज की तरह ही दिल्ली की 50% जनता केंद्र की मोदी सरकार के कामकाज से खुश नहीं हैं। 49% जनता मोदी सरकार के काम काज को बेहतर बता रही है।
# दिल्ली की 46% जनता ने कहा है कि वो अपने पार्षद के काम से संतुष्ट हैं। जबकि 50% जनता वार्ड पार्षद के काम से खुश नहीं है।
# दिल्ली की 61% जनता अपना मेयर बदलना चाहती है सिर्फ 34% लोगों अपने मेयर से खुश हैं।
# दिल्ली की 53% जनता का कहना है कि वो अपने विधायक को बदलना चाहते हैं। सिर्फ 45 जनता अपने विधायकों के काम काज से खुश है और उन्हें बदलना नहीं चाहती है।
# विधायकों की तह ही दिल्ली की जनता सांसदों के काम काज से खुश नहीं है। 52% जनता अपने सांसदों के काम काज से खुश नहीं है. सिर्फ 43% जनता ही सांसदों के काम काज से खुश है।
# सांसदों के कामकाज की तरह ही दिल्ली की 50% जनता केंद्र की मोदी सरकार के कामकाज से खुश नहीं हैं। 49% जनता मोदी सरकार के काम काज को बेहतर बता रही है।
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