दिवाली से पहले दिल्ली की हवा में घुला जहर, धुंध की मोटी चादर से घुट रहा दम
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नई दिल्ली। दिवाली आने में एक अभी एक हफ्ते से ज्यादा का वक्त है लेकिन दिल्ली-एनसीआर की हवा अभी से जहरीली हो गई है। हवा की क्वालिटि इतनी खराब हो चुकी है कि सांस लेना मुश्किल हो गया है। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक रविवार को दिल्ली का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 366 रहा, जो 'बहुत खराब' की कैटिगरी में आता है। बात अगर सिर्फ एनसीआर की करें तो सबसे खराब हवा गाजियाबाद और गुड़गांव की रही। हवा में 'जहर' का यह स्तर इस मौसम में अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर रहा।
दिल्ली की हवा जहरीली
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रक बोर्ड (सीपीसीबी) के निगरानी केंद्र के आंकड़ों के मुताबिक, फरीदाबाद में सुबह 10 बजे पीएम2.5 का स्तर 1,515 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पाया गया, जो शाम तीन बजे गिरकर 1,295 और छह बजे 1,290 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर हो गया। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शून्य से 500 के पैमाने पर 366 दर्ज किया गया, जिसे बहुत खराब माना जाता है। वहीं गाजियाबाद में 415 और गुरुग्राम 403 दर्ज किया गया, जिसे अत्यंत खराब माना जाता है।
ये है हवा के जहरीली होने की वजह
सीपीसीबी के डेटा के मुताबिक, दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में स्थापित 12 प्रदूषण निगरानी केंद्रों में वायु गुणवत्ता का स्तर गंभीर जबकि 20 केंद्रों में बेहद खराब दर्ज किया गया। अधिकारियों ने हवा की गुणवत्ता में आई इस गिरावट के पीछे निर्माण कार्य से उड़ने वाली धूल, वाहनों से होने वाला प्रदूषण जैसे स्थानीय कारकों के अलावा पंजाब एवं हरियाणा से पराली जलाने के कारण होने वाले प्रदूषण को जिम्मेदार ठहराया।
धुंध की एक मोटी चादर
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में धुएं के कारण धुंध की एक मोटी चादर छाई रही और मौसम की सबसे खराब वायु गुणवत्ता दर्ज की गई। पीएम 2.5 (हवा में 2.5 माइक्रोमीटर से कम व्यास वाले कणों की उपस्थिति) की मात्रा 225 दर्ज की गई जो इस मौसम की सर्वाधिक है।