भारत बायोटेक को बड़ी कामयाबी, नाक से दी जाने वाली वैक्सीन को DCGI से मिली मंजूरी
नई दिल्ली, 6 सितंबर: कोरोना महामारी के खिलाफ पूरी दुनिया की जंग जारी है। जिसमें भारत का भी अहम रोल है। इस बीच मंगलवार को भारतीय कंपनी भारत बायोटेक को एक बड़ी कामयाबी मिली, जहां ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने उसकी नाक से दी जान वाली नेजल वैक्सीन को मंजूरी दे दी। ये वैक्सीन भी अन्य वैक्सीन की तरह प्रभावशाली है। उम्मीद जताई जा रही कि राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान में जल्द ही इसे भी शामिल कर लिया जाएगा।
दरअसल अभी तक भारत में मौजूद सारी वैक्सीन को इंजेक्शन के जरिए लोगों को दिया जा रहा है, लेकिन नेजल वैक्सीन सीधे नाक के जरिए दी जाएगी, जिससे टीकाकरण की रफ्तार बढ़ेगी और लागत भी कम आएगी। भारत बायोटेक ने इस नेजल वैक्सीन का नाम BBV154 रखा है। वैज्ञानिकों के मुताबिक कोरोना जैसे वायरस म्युकोसा के जरिए ही इंसानों के शरीर में जाते हैं। ये म्युकोसा नाक, फेकड़ों, पाचन तंत्र में पाए जाने वाला चिपचिपा पदार्थ होता है। भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन म्युकोसा में ही इम्युन रिस्पॉन्स पैदा करती है, जबकि मस्कुलर वैक्सीन (इंजेक्शन वाली) ऐसा नहीं कर पाती है। ऐसे में ये बड़ा गेम चेंजर साबित होगी।
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स्वास्थ्य
मंत्री
ने
कही
ये
बात
वहीं
स्वास्थ्य
मंत्री
मनसुख
मांडविया
ने
ट्वीट
कर
लिखा
कि
कोरोना
वायरस
के
खिलाफ
लड़ाई
में
भारत
को
बड़ी
सफलता,
भारत
बायोटेक
की
ChAd36-SARS-CoV-S
कोविड-19
वैक्सीन
को
DCGI
ने
आपातकालीन
इस्तेमाल
के
लिए
मंजूरी
दी।
अभी
ये
18
साल
से
ऊपर
के
लोगों
को
दी
जाएगी।
दूसरे
ट्वीट
में
उन्होंने
लिखा
कि
ये
कदम
महामारी
के
खिलाफ
हमारी
सामूहिक
लड़ाई
को
और
मजबूत
करेगा।
भारत
के
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
के
नेतृत्व
में
हमने
विज्ञान,
अनुसंधान
एवं
विकास
और
मानव
संसाधनों
का
उपयोग
किया
है।
हम
सब
मिलकर
कोविड
को
हरा
देंगे।
अब
तक
कितनी
डोज
लगी?
स्वास्थ्य
मंत्रालय
के
मुताबिक
अभी
भी
देश
में
टीकाकरण
अभियान
तेजी
से
जारी
है।
जिस
वजह
से
अब
तक
2,13,52,74,945
डोज
लोगों
को
दी
जा
चुकी
है।
सरकार
सरकार
सभी
से
तीसरी
यानी
बूस्टर
डोज
लगवाने
की
अपील
कर
रही
है।